गोपालगंज: बिहार के गोपालगंज में महज 10-12 धूर जमीन के लिए खून-खराबा हुआ और एक-दूसरे की मर्डर के लिए षड्यंत्र रची गयी। टकराव इस कदर बढ़ गया कि खाद बीज दुकानदार पवन कुमार सिंह पर दूसरी बार मर्डर के लिए प्लानिंग बनी, लेकिन पुलिस की तत्परता से पहली बार अपराधियों की रची गयी षड्यंत्र असफल हो गयी। दूसरी बार 21 अक्तूबर को गोली चली तो लोगों ने क्रिमिनल अभिषेक ठाकुर को पीट-पीटकर मार डाला। पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित ने इस मुद्दे को गंभीरता से लिया और त्वरित कार्रवाई करते हुए अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित कर दी।
बिहार एसटीएफ, एसओजी-7 और थावे पुलिस स्टेशन की पुलिस टीम ने हत्याकांड के चार दिनों के अंदर चार अभियुक्तों को अरैस्ट कर लिया। इनमें क्रिमिनल अभिषेक ठाकुर की मर्डर में शामिल थावे पुलिस स्टेशन के भगवानपुर गांव निवासी सिकेंद्र पासवान के पुत्र प्रियांस कुमार और मांझा थाना क्षेत्र के भैंसही गांव निवासी लालबहादुर साह के पुत्र निप्पू कुमार उर्फ निकु कुमार शामिल हैं। अन्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम छापेमारी कर रही है। थावे थानाध्यक्ष धीरज कुमार, पुलिस पदाधिकारी जितेंद्र कुमार की टीम इस कार्रवाई में शामिल है।
वहीं, दूसरी तरफ जगदीशपुर गांव के रहनेवाले पवन कुमार सिंह को गोली मारने के मुद्दे में पुलिस ने पवन कुमार सिंह के फर्दबयान पर प्राथमिकी दर्ज की है। पुलिस टीम ने इस मुद्दे में फुलवरिया पुलिस स्टेशन के सेलारकला गांव निवासी स्व। ललन राय के पुत्र अरुण कुमार राय और उचकागांव थाना क्षेत्र के उजरा नारायणपुर गांव के सुदर्शन मांझी के पुत्र मनु कुमार पासवान को अरैस्ट किया है। पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस करते हुए कहा कि दोनों काण्ड में दो-दो अभियुक्तों की गिरफ्तारी की गयी है। पुलिस ने इस में घटना के दिन ही एक पिस्टल, एक देशी कट्टा और सात जिंदा कारतूस बरामद किया था।
जगदीशपुर में पुलिस ने बढ़ायी निगरानी
थावे पुलिस स्टेशन के जगदीशपुर तीनमुहानी के पास 21 अक्तूबर को हुए घटना के बाद पुलिस ने क्षेत्र में गश्ती बढ़ा दी है। जगदीशपुर गांव में एक-एक गतिविधियों पर पुलिस नजर रख रही है। पुलिस कप्तान अवधेश दीक्षित ने बोला कि पुलिस एक-एक गतिविधियों पर नजर रख रही है। फरार अभियुक्तों और अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
गड़ासी और पवन के बीच था भूमि विवाद
थावे पुलिस स्टेशन के जगदीशपुर गांव में मनोरंजन उर्फ गड़ासी और पवन कुमार सिंह के बीच जमीन को लेकर पहले से टकराव चल रहा था। पुलिस का बोलना है कि पवन सिंह की मर्डर करने के लिए मनोरजंन उर्फ गड़ासी गांव में हथियार लेकर पहुंचा था, लेकिन पुलिस ने उसे अरैस्ट कर षड्यंत्र को असफल कर दिया। मनोरजंन उर्फ गड़ासी को कारावास जाने के बाद उसका साथी जगदीपुर के पंडित टोला हरपुर का अभिषेक ठाुकर बीते 21 अक्तूबर को पहुंचा और पवन कुमार सिंह पर गोली चला दी, जिसमें पवन कुमार सिंह को हाथ से होकर जबड़ा पर गोली लगी, जिसे बेहतर उपचार के लिए पीएमसीएच में भर्ती कराया गया