दरअसल, ईरान पर इजरायल के हमले पर विदेश मंत्रालय ने एक आधिकारिक बयान जारी कर कहा है कि हिंसा किसी के हित में नहीं है. MEA ने सभी संबंधित पक्षों से संयम बरतने और संवाद एवं कूटनीति के मार्ग पर लौटने का आह्वान किया है.
बयान में निर्दोष बंधकों और नागरिकों की दुर्दशा पर बात करते हुए कहा गया कि इस तरह की हिंसा किसी के हित में नहीं है. इसके साथ ही, क्षेत्र में भारतीय मिशन भारतीय समुदाय के साथ संपर्क में हैं, ताकि उनकी सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित किया जा सके.
ईरान की स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ईरान के अशांत दक्षिण-पूर्वी क्षेत्र में शनिवार को हुए एक हमले में देश की राष्ट्रीय पुलिस बल के 10 सदस्यों की मौत हो गई. अधिकारियों ने इस हमले के लिए तुरंत किसी संदिग्ध की पहचान नहीं की और न ही किसी समूह ने इसकी जिम्मेदारी ली है.
मुंबई में इजरायल के महावाणिज्य राजदूत कोबी शोशानी ने कहा "इजरायल ने ईरान पर लक्षित हमले किए हैं, जो हालिया बैलिस्टिक मिसाइल हमले का जवाब थे. इजरायल ने केवल सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जबकि ईरान और उसके सहयोगियों के हमलों में नागरिकों को नुकसान हुआ". शोशानी ने कहा "इजरायल मध्य पूर्व में किसी भी स्थान तक पहुंच सकता है और ईरान की प्रतिक्रिया का इंतजार कर रहा है".