उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती के लिए फर्जी ढंग से प्रवेश करने वालों पर शिकंजा कसने की कवायद तेज कर दी गई है। इसके लिए मंदिर प्रबंधन ने एक नयी पहल प्रारम्भ की है। अब श्रद्धालुओं को वैध प्रवेश के लिए RFID रिस्टबैंड पहनना जरूरी होगा। यह प्रक्रिया दिवाली के बाद प्रारम्भ की जाएगी। इसका उद्देश्य मंदिर में बिना इजाजत लोगों के प्रवेश को रोकना है।
उज्जैन महाकाल मंदिर के प्रशासक गणेश धाकड़ ने कहा कि इंदौर की एक कंपनी को इस प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है। इसकी टेस्टिंग प्रक्रिया भी प्रारम्भ हो चुकी है। कंपनी अगले हफ्ते तक RFID से संबंधित सॉफ्टवेयर, स्कैनर, और प्रिंटर मंदिर में स्थापित कर देगी।
महाकाल मंदिर में नया सिस्टम
उज्जैन के महाकाल मंदिर में भस्म आरती में प्रवेश करने वाले श्रद्धालु अब मंदिर के गेट पर अपने एंट्री पास दिखाकर अपने हाथों में RFID बैंड लगवा सकेंगे। इस नए सिस्टम के तहत, लाइनें कम होंगी, जांच प्रक्रिया तेज होगी और एक घंटे में लगभग 1000 श्रद्धालुओं की स्कैनिंग संभव होगी। इस कदम से न सिर्फ़ फर्जी एंट्री पर रोक लगेगी बल्कि श्रद्धालुओं को भी मंदिर में सुगम प्रवेश की सुविधा मिलेगी। तो अब उज्जैन महाकाल मंदिर में भस्म आरती का अनुभव लेना और भी व्यवस्थित होने जा रहा है।
उज्जैन महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन कई प्रकार की परेशानी सामने आई थी। फूल प्रसाद बेचने वाले, ऑटो रिक्शा वाले श्रद्धालुओं को भस्म आरती के नाम पर फर्जी परमिशन देकर उनसे ठगी करते थे। महाकाल मंदिर के इस कदम से मंदिर में फर्जीवाड़ा बंद होगा।