होसबोले ने कहा "यह उनकी मातृभूमि है. भारत ने बांग्लादेश की 1971 में पाकिस्तान से आजादी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. हम कहते हैं कि वहां एक 'शक्तिपीठ' है. उस हिस्से ने हमारी आजादी के इतिहास में बहुत योगदान दिया है. इसलिए हम चाहते हैं कि हिंदू समुदाय वहां से पलायन न करे. इसके लिए उनकी रक्षा की जानी चाहिए.
उन्होंने कहा कि संयुक्त राष्ट्र और अन्य संगठनों को उनकी सुरक्षा की व्यवस्था करनी होगी ताकि लोकतंत्र में सभी को सम्मान के साथ जीने का मौका मिल सके. बता दें कि संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय (यूएनएचसीआर) ने हालही में एक रिपोर्ट में कहा था कि 16 जुलाई से 11 अगस्त के बीच बांग्लादेश में अशांति के दौरान हिंसक घटनाओं में लगभग 650 लोग मारे गए हैं.