सोमनाथ बोले, "हर कोई मस्क की ओर देख रहा है कि वह क्या कर रहे हैं और वह कैसे कोई ऐसा शानदार आइडिया लेकर आ सकते हैं, जिससे वह उन्हें हरा सकें. बेशक हर कोई उन्हें हराना चाहता है, लेकिन वह इन सबसे ऊपर उठ चुके हैं. वह बोले “मुझे लगता है कि वह शानदार काम करने वाले एक महान व्यक्ति हैं. हम सभी उनके काम से प्रेरित हैं. इसी वजह से आज अंतरिक्ष बहुत आकर्षक बन रहा है."
एस सोमनाथ ने अंतरिक्ष अन्वेषण के लिए युवाओं में बढ़ती रुचि पर प्रकाश डाला और इसका श्रेय टेक्नोलॉजी में प्रगति और बढ़ती पहुंच को दिया. वह बोले, "युवा अंतरिक्ष को बड़े जुनून के साथ देख रहे हैं. हम इसे इस तरह से देख रहे हैं कि लोगों के लिए टेक्नोलॉजी आसान हो रही है. इसी के साथ अर्थव्यवस्था, रोजगार और रोजगार सृजन पर इसका प्रभाव बढ़ रहा है. ये डोमेन बहुत महत्वपूर्ण हैं और इसलिए सरकार ने हाल ही में अंतरिक्ष क्षेत्र को खोलने, अधिक निजी निवेश और निजी भागीदारी लाने की पहल की है."
सोमनाथ ने बताया कि अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के कुछ पहलू रेगुलेटेड रहेंगे, लेकिन सबसे ज्यादा जरूरत अनुप्रयोग डोमेन तक पहुंच को लोकतांत्रिक बनाने की है. वह बोले, "यह एक ऐसा डोमेन है जिसे नियंत्रित और रेगुलेटेड नहीं रखा जा सकता. इसके अलावा, उन्होंने स्वीकार किया कि इसरो भारत की अंतरिक्ष महत्वाकांक्षाओं में एक केंद्रीय भूमिका निभाना जारी रखता है, जबकि निजी कर्मचारियों को महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए प्रोत्साहित करता है. इस क्षेत्र में अब 400 से ज्यादा निजी कंपनियां शामिल हैं.