Ayatollah Ali Khamenei: मिडिल ईस्ट में शनिवार तड़के (26 अक्टूबर 2024) इजरायल ने ईरान पर ताबड़तोड़ बम बरसाए, जिसके बाद इस क्षेत्र में एक और युद्ध का आहट होने लगी है. इजरायल के हमले को लेकर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने चुप्पी तोड़ी है.
ईरान के सुप्रीम नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने रविवार (27 अक्टूबर 2024) को कहा कि इजरायल के हमले को न तो बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाना चाहिए और न ही कम करके आंका जाना चाहिए. हालांकि उन्होंने बदले की कार्रवाई का आह्वान नहीं किया. उन्होंने कहा कि ईरान को इजरायल की आक्रामकता का जवाब देने का अधिकार है.
ईरानी सुप्रीम लीडर ने यह भी कहा कि इजरायली शासन ईरान के बारे में गलत अनुमान लगा रहा है, क्योंकि उसका अभी भी ईरान और इसके लोगों को जानना, उनकी शक्ति और दृढ़ संकल्प के स्तर को समझना बाकी है. खामेनेई ने कहा, "उन्हें (इजरायल) ईरानी राष्ट्र और उसके युवाओं की ताकत, इच्छाशक्ति और पहल को समझाना जरूरी है. यह अधिकारियों पर निर्भर है कि वे ईरानी लोगों की शक्ति और इच्छा को इजरायली शासन तक कैसे पहुंचाएं और इस देश के हितों को पूरा करने वाली कार्रवाई कैसे करें"
ईरान ने शनिवार (26 अक्टूबर 2024) को इजरायल को चेतावनी दी कि वह अपनी रक्षा खुद करेगा. इसके बाद इजरायल ने कहा कि अगर उसने जवाबी कार्रवाई की तो तेहरान को भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी और ब्रिटेन ने ईरान से युद्ध को और आगे न बढ़ाने की मांग की.
आईडीएफ के अनुसार, शनिवार सुबह इजरायली वायु सेना (आईएएफ) के सहयोग से तीन चरणों में ये हमले किए गए. यह कार्रवाई 1 अक्टूबर 2024 को तेहरान बैलिस्टिक मिसाइल अटैक का बदला था.
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