Majhgaon Vidhan Sabha|Jharkhand Assembly Election: अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित मझगांव विधानसभा पश्चिमी सिंहभूम जिले में है. मझगांव (एसटी) विधानसभा सीट पर 2,33,570 वोटर हैं. इनमें 1,12,432 पुरुष और 1,21,131 स्त्री और 7 थर्ड जेंडर वोटर हैं.
झारखंड राज्य के गठन के बाद अब तक हुए 4 विधानसभा चुनावों में इस क्षेत्र से झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के उम्मीदवार ने 3 बार जीत दर्ज की है. बीजेपी (भाजपा) के उम्मीदवार को भी एक बार यहां जीत मिली है. निरल पुरती ने इस क्षेत्र का सबसे अधिक बार अगुवाई किया है. झामुमो के टिकट पर उन्होंने 3 बार चुनाव में जीत दर्ज की है.
वर्ष 2019 के झारखंड विधानसभा चुनाव में मझगांव (एसटी) विधानसभा सीट पर निरल पुरती ने झामुमो का परचम लहराया था. उन्हें सबसे अधिक 67,750 वोट मिले थे. भाजपा इस चुनाव में दूसरे जगह पर रही थी. उसके उम्मीदवार भूपेंद्र पिंगुवा को 20,558 वोट मिले थे. तीसरे नंबर पर BHAZS के उम्मीदवार बड़कुंवर गगराई रहे थे. उनको 13,502 वोट मिले थे.
वर्ष 2014 के झारखंड विधानसभा चुनाव में निरल पुरती ने बीजेपी से मझगांव (एसटी) विधानसभा सीट छीन ली थी. इस बार इस सीट से 8 प्रत्याशियों ने चुनाव लड़ा था. इनमें एक भी स्त्री नहीं थी. सबसे अधिक 45,272 वोट झामुमो के निरल पुरती को मिले. जय हिंदुस्तान समानता पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे मधु कोड़ा दूसरे जगह पर रहे थे. उनको 34,090 वोट मिले थे. बड़कुंवर गगराई इस चुनाव में भाजपा के टिकट पर मैदान में थे. उनको 28,969 वोट मिले थे.
वर्ष 2009 के झारखंड विधानसभा चुनाव में इस सीट से 18 लोग चुनाव लड़ रहे थे. इनमें 17 पुरुष और एक स्त्री थी. चुनाव में सबसे अधिक 34,534 वोट भाजपा के टिकट पर मैदान में उतरे बड़कुंवर गगराई को मिले थे. झामुमो के निरल पुरती दूसरे जगह पर रहे थे. उनको 24,644 वोट मिले थे. कांग्रेस पार्टी के टिकट पर मैदान में उतरे अनिल कुमार को 9416 वोट से संतोष करना पड़ा था.
वर्ष 2005 के झारखंड विधानसभा चुनाव में मझगांव (एसटी) विधानसभा सीट से 8 प्रत्याशी मैदान में थे. इनमें एक भी स्त्री नहीं थी. झामुमो के निरल पुरती सबसे अधिक 38,827 वोट पाकर विधायक चुने गए थे. भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ने वाले बड़कुंवर गगराई 33,626 वोट पाकर दूसरे जगह पर रहे थे. तीसरे जगह पर लालू प्रसाद यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उम्मीदवार गोवर्धन नायक रहे थे. उनको मात्र 4006 वोट मिले थे.
झारखंड में पहली बार विधानसभा के चुनाव केवल 2 चरणों में कराए जा रहे हैं. इसके पहले 4 या 5 चरणों में विधानसभा के चुनाव होते थे. इस बार चुनाव आयोग ने 13 और 20 नवंबर को वोटिंग कराने का निर्णय किया. इन दो दिनों में राज्य की सभी 81 विधानसभा सीटों पर मतदान कराए जाएंगे.
झारखंड विधानसभा के चुनाव इस बार 2 चरणों में हो रहे हैं. 15 अक्टूबर को हिंदुस्तान के मुख्य निर्वाचन आयुक्त ने झारखंड में विधानसभा चुनाव के कार्यक्रम का घोषणा किया. बोला कि 13 और 20 नवंबर को 2 चरणों में झारखंड की 81 विधानसभा सीटों के लिए मतदान कराए जाएंगे. 23 नवंबर को मतगणना होगी और उसी दिन चुनाव रिज़ल्ट आ जाएंगे.
झारखंड राज्य बिहार से अलग होकर 15 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया था. इस राज्य में कुल 81 विधानसभा सीटें हैं. इसमें से 29 सीटें अनुसूचित जनजाति (एसटी) यानी आदिवासियों के लिए आरक्षित हैं. अनुसूचित जाति (एससी) के लिए 9 सीटें रिजर्व हैं.