खन्ना के मलौद क्षेत्र में डबल हत्या की गुत्थी को पुलिस ने सुलझा लिया है. पुलिस ने मृतक के दोस्त को अरैस्ट किया है. दोस्त ही हत्यारा निकला. हत्यारोपी आरोपी ने अपने दो दोस्तों को घर से बुलाकर नहर में धक्का दिया. बाद में इस घटना को दुर्घटना बनाने की प्रयास की
परिवार भी सहमत नहीं थे
इस मुद्दे में अहम बात यह सामने आई कि घटना के बाद जब इसे एक्सीडेंट कहा गया तो मृतक नरेंद्र सिंह और जगजीत सिंह निवासी गांव भुट्टा (डेहलों) के परिवार वाले भी किसी प्रकार की कार्रवाई से सहमत नहीं थे और पुलिस के पास बयान तक दर्ज करवाने को राजी नहीं थे. लेकिन एसएसपी अश्विनी गोत्याल के निर्देशों पर पुलिस ने अपना फर्ज निभाते हुए गहराई से जांच की और डबल हत्या की मिस्ट्री सामने आई. फिर परिवार ने बयान दर्ज कराया.
एक-एक करके नहर पर लेकर गया
एसएसपी अश्विनी गोत्याल ने कहा कि आरोपी बलराज सिंह की नरेंद्र सिंह और जगजीत सिंह के साथ जान पहचान थी. 23 अक्टूबर को बलराज सिंह इन्हें राड़ा साहिब खाने पीने के बहाने लेकर गया. पहले एक जगजीत सिंह को पेट्रोल पंप पर खड़ा किया और नरेंद्र को झम्मट डेरे के पास नहर किनारे ले जाकर धक्का दे दिया. उसके बाद जगजीत को नहर में ले जाकर धक्का दे दिया और बाद में एक्सीडेंट होने का शोर मचा दिया. लोग इक्कठे हुए तो पुलिस को किसी राहगीर ने सूचना दी. जिस पर पुलिस मौके पर पहुंची.
पुलिस को हजम नहीं हुई कहानी
एसएसपी अश्विनी गोत्याल ने कहा कि आरंभ में बलराज सिंह की झूठी कहानी पुलिस को हजम नहीं हुई. जिसके बाद आसपास की फुटेज चेक की गई. टेक्निकल ढंग से जांच की गई. सबूत इक्कठे करने के बाद दोबारा बलराज सिंह से पूछताछ की तो उसने सच्चाई उगली. पुलिस ने वारदात में प्रयोग बाइक भी बरामद कर ली है.
ऑनर किलिंग का शक
एसएसपी गोत्याल ने कहा कि हत्या की वजह फिलहाल क्लियर नहीं हो पाई है. पहली वजह यह सामने आई है कि नरेंद्र सिंह ने दो वर्ष पहले लव मैरिज की थी. दो महीने पहले नरेंद्र वापस आया था. हो सकता है कि लड़की वालों ने बलराज से संपर्क करके बदला लिया हो. दोस्तों में कोई आपसी रंजिश भी वजह हो सकती है. इसके अतिरिक्त दिवाली के चलते किसी अंधविश्वास में हत्या की भी संभावना है. एसएसपी ने कहा कि इस मुकदमा में डीएसपी पायल दीपक राय और मलौद थाना एसएचओ सतनाम सिंह की टीम ने बहुत बढ़िया काम किया.