Maharashtra Election 2024: महाराष्ट्र में 20 नवंबर को मतदान होने वाले हैं और इसके परिणाम 23 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. ऐसे में महाराष्ट्र में चुनावी सरगर्मी चरम पर है. इस बीच सी वोटर का एक सर्वे सामने आया है. सी वोटर के इस सर्वे के अनुसार 51 फीसदी लोगों ने ऐसी बात कही जो महायुती सरकार की धड़कने बढ़ा सकती है. सी वोटर के इस सर्वे के मुताबिक महाराष्ट्र में किसका माहौल बन रहा है और किस गठबंधन का पलड़ा भारी है? आइए आंकड़ों से समझने का प्रयास करते हैं.
सी वोटर के सर्वे में जो सबसे चौंकाने वाली बात सामने आई है वो ये है कि जब लोगों से पूछा गया कि क्या उन्हें मौजूदा बीजेपी शिंदे सरकार से नाराजगी है और क्या वे इसे बदलना चाहते हैं तो 51.3 फीसदी लोगों ने इसका जवाब हां में दिया. उन्होंने कहा हां हमे गुस्सा है और हम इस सरकार को बदलना चाहते हैं. वहीं 3.7 फीसदी लोगों का कहना है कि हम गुस्सा है, लेकिन हम इस सरकार को बदलना नहीं चाहते. 41.0 प्रतिशत लोगों ने कहा कि गुस्सा नहीं हैं, लेकिन नहीं बदलना चाहते यानी 41 प्रतिशत लोग फिर से बीजेपी शिंदे की सरकार चाहते हैं. 4% लोगों ने कहा कि वो इस बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते हैं. इससे बड़ी बात ये सामने आई है कि 51 फीसदी से ज्यादा लोगों में मौजूदा सरकार को लेकर गुस्सा है और वो इसे बदलना चाहते हैं.
सीएम पद के लिए महाराष्ट्र के जनता की पसंद
महाराष्ट्र के लोगों से जब ये पूछा गया कि सीएम पद के लिए उनकी पसंद कौन है तो 27.6 प्रतिशत लोगों ने एकनाथ शिंदे का नाम लिया, जबकि 22. 9 फीसदी के साथ उद्धव ठाकरे इस सर्वे में दूसरे नंबर पर रहे. देवेंद्र फडणवीस को 10.8 % लोगों ने अपनी पसंद बताया. साथ ही 5.9 प्रतिशत लोगों ने शरद पवार तो 3.1 % लोगों ने अजित पवार को अपनी पसंद बताया.
बीजेपी और शिवसेना सरकार का प्रदर्शन कैसा रहा?
52.5 प्रतिशत लोगों ने इसे अच्छा बताया. 21.5 % लोगों ने इसे औसत और 23.2 प्रतिशत लोगों ने इसे खराब कहा.
कौन से फैक्टर्स चुनाव को प्रभावित करेंगे?
सर्वे में जब ये सवाल पूछा गया तो 23.0 फीसदी लोगों ने प्रभावित करने वाले मुद्दों में मराठा आरक्षण का नाम लिया, वहीं 12. 2 फीसदी लोगों ने पीएम मोदी के प्रदर्शन को अहम बताया. स्लम के पुनर्विकास को 9.8 फीसदी लोगों ने अहम फैक्टर बताया. 7 फीसदी लोगों ने सरकार के प्रदर्शन और योजनाओं की बात की. सरकारी अस्पतालों के हाल को 8.2 प्रतिशत लोगों ने चुनाव को प्रभावित करने वाला फैक्टर बताया. 6 % लोगों ने राज्य की आर्थिक स्थिति और 2.5 फीसदी लोगों ने एनसीपी में टूट को बड़ा फैक्टर बताया है.