Karnataka Village Violence: कर्नाटक के हावेरी जिले के एक गांव में तनाव की स्थिति तब पैदा हो गई जब कई ग्रामीणों ने एक समुदाय के घरों और इमारतों पर हमला कर दिया. गांव के लोगों को डर था कि कहीं वक्फ बोर्ड उनके घरों को अपने कब्जे में न ले ले.
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, बुधवार (30 अक्टूबर) की रात को हुई इस घटना में पांच लोग घायल हो गए. पुलिस ने बताया कि सावनूर तालुक के कडाकोल गांव में स्थिति अब सामान्य हो गई है. हिंसा में गंभीर रूप से घायल हुए एक व्यक्ति को इलाज के लिए हुबली के केआईएमएस ले जाया गया और अब वह खतरे से बाहर है.
200 पुलिसकर्मी तैनात, 32 लोग हिरासत में
उपद्रवियों ने कथित तौर पर पत्थर फेंके और घरों में तोड़फोड़ की. उन्होंने गांव में खड़ी मोटरसाइकिलों को भी नष्ट कर दिया. गांव में करीब 200 पुलिसकर्मी और केएसआरपी की चार टुकड़ियां तैनात की गई हैं. जिला पुलिस अधीक्षक अंशु कुमार ने बताया कि पुलिस घटना में शामिल लोगों के खिलाफ कार्रवाई करेगी. उन्होंने बताया कि जांच के लिए 32 लोगों को हिरासत में लिया गया है.
वक्फ मंत्री ने बीजेपी पर लगाया महौल बिगाड़ने का आरोप
वक्फ मंत्री बी जेड जमीर अहमद खान ने बीजेपी पर वक्फ संपत्तियों के इर्द-गिर्द साजिश रचने का आरोप लगाया और कहा कि पार्टी किसानों को गुमराह कर रही है. उन्होंने कहा कि कडाकोल गांव, जहां कभी कोई सांप्रदायिक दंगा नहीं हुआ, बहुत दर्दनाक है और किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है क्योंकि हम कभी भी उनकी जमीन नहीं लेंगे."
क्या है मामला?
ऐसी अफवाहें थीं कि गांव में एक मंदिर के आसपास की अधिकांश संपत्तियों को वक्फ संपत्ति के रूप में चिह्नित किया गया है और जल्द ही उनका अधिग्रहण किया जाएगा. हालांकि, डिप्टी कमिश्नर विजय महंतेश ने स्पष्ट किया कि उन्होंने सहायक आयुक्तों और तहसीलदारों को "जिला वक्फ बोर्ड की ओर से सूचीबद्ध सभी संपत्ति दस्तावेजों का सत्यापन करने और कार्यालय को एक रिपोर्ट भेजने का निर्देश दिया है. इसका मतलब है कि ये सभी वक्फ बोर्ड के नहीं हैं."
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