एयर पॉल्यूशन के कारण क्या आपकी आंखों में हो रही है जलन? इन उपायों से पाएं राहत | CliqSED
Cliq India November 03, 2024 04:42 AM

दिवाली के बाद वायु प्रदूषण बढ़ने से लोगों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। पटाखों का धुआं, वाहनों का धुआं, जनरेटर का धुआं और पराली जलाने से हवा में प्रदूषण बढ़ता है, जो आंखों के लिए हानिकारक हो सकता है।

दिवाली पूरे देश में खुशी और उल्लास का प्रतीक है, लेकिन इसके बाद वायु गुणवत्ता में गिरावट आम लोगों की चिंताओं को बढ़ा देती है। पटाखों और अन्य प्रदूषकों से निकलने वाले धुएं के कारण आंखों को कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। ये समस्याएं आमतौर पर मामूली होती हैं, लेकिन यदि इन्हें नजरअंदाज किया जाए तो यह गंभीर रूप ले सकती हैं।

आंखों में जलन और लालिमा

वायु प्रदूषण में मौजूद धूल और रासायनिक कण आंखों में जलन का कारण बन सकते हैं, जिससे आंखों में लालिमा, खुजली और असुविधा हो सकती है। दिवाली के समय धुएं में सूक्ष्म कणों की उच्च सांद्रता आंखों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है।

ड्राई आई

प्रदूषण के कारण आंखों की नमी में कमी हो सकती है, जिससे ड्राई आई की समस्या उत्पन्न होती है। इससे आंखें असहज महसूस कर सकती हैं और दृष्टि धुंधली हो सकती है। समय पर इलाज न करने पर यह समस्या गंभीर रूप ले सकती है।

आंखों में संक्रमण

प्रदूषण में मौजूद छोटे-छोटे कण आंखों में कंजंक्टिवाइटिस जैसे संक्रमण का जोखिम बढ़ा सकते हैं, जिसे आमतौर पर गुलाबी आंख के नाम से जाना जाता है।

आंखों की सुरक्षा के लिए सुझाव

प्रदूषण के समय घर के अंदर रहें: पटाखों के धुएं से वायु प्रदूषण में काफी बढ़ोतरी होती है। ऐसे में बाहर जाने से बचें, ताकि धुएं के कणों से बचाव हो सके।

सेफ्टी आईवियर पहनें: गॉगल्स पहनकर बाहर जाने पर आंखों में प्रदूषक कणों का प्रवेश कम होता है, जिससे सुरक्षा बढ़ती है।

आंखों को पानी से धोएं: धुएं या धूल के संपर्क में आने पर आंखों को ठंडे पानी से धोने से जलन में राहत मिलती है।

आंखों को रगड़ने से बचें: यदि आंखों में खुजली या जलन महसूस हो, तो उन्हें रगड़ने की बजाय हल्के से थपथपाएं। इससे जलन कम होगी और संक्रमण का खतरा भी कम रहेगा।

वायु प्रदूषण के इस मौसम में इन सावधानियों का पालन करके आंखों को सुरक्षित रखा जा सकता है और जलन व अन्य असुविधाओं से बचा जा सकता है।

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