अल्मोड़ा: उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के सल्ट विकासखंड के मरचूला में सोमवार सुबह एक भयानक सड़क हादसा में 36 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। यह दुर्घटना उस समय हुआ जब अधिकतर यात्री दीपावली का त्योहार मनाने के बाद अपने शहरों की ओर लौट रहे थे। छुट्टी समाप्त होने के चलते 43 सीटर बस में 63 यात्री सवार थे, और किसी को यह अंदाजा नहीं था कि आगे जाकर मोड़ पर एक बड़ा दुर्घटना होने वाला है।
मानसिक तनाव बना बस हादसे का अहम कारण
इस हादसा में एक चौंकाने वाला अपडेट सामने आया है। बस के चालक दिनेश सिंह निवासी भैरंगखाल, सल्ट, पिछले कई दिनों से मानसिक रूप से परेशान थे। घायल यात्री हरीश चंद्र पोखरियाल ने कहा कि चालक ने उन्हें कहा था कि उसे किसी को ढाई लाख रुपये देने हैं, जिसके कारण वह मानसिक तनाव में थे। हरीश ने कहा कि वह चालक के पास वाली सीट पर बैठे थे और चालक के व्यवहार को देखकर चिंतित थे। यात्रियों ने उसे समझाने और हौसला देने की प्रयास की, लेकिन दुर्भाग्यवश बस मरचूला के पास आते ही 100 मीटर गहरी खाई में गिर गई।
हादसे में गई 36 लोगों की जान
इस हादसा में 36 लोगों की जान गई और 27 अन्य घायल हो गए, जिनका विभिन्न अस्पतालों में उपचार चल रहा है। यह दुर्घटना न सिर्फ़ यात्रियों के लिए बल्कि उनके परिवारों के लिए भी एक बड़ा आघात है।
मानसिक स्वास्थ्य पर जानकारों की राय
लोकल 18 से वार्ता करते हुए अल्मोड़ा के मेडिकल कॉलेज की मनोचिकित्सक, आयुषी जंगपांगी ने कहा कि मानसिक तनाव से गुजरने वाले आदमी को नींद में कमी, बार-बार आवाज सुनाई देना और बार-बार एक ही बात को सोचने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि ऐसे लोगों को अपने परिवार और दोस्तों से बात करने का समय निकालना चाहिए, ताकि वे मानसिक तनाव से बाहर निकल सकें।