देहरादून : नवंबर की आरंभ हो चुकी है, लेकिन उत्तराखंड में सर्दी की दस्तक अब तक नहीं हुई है। आमतौर पर दिवाली के बाद लोग गर्म कपड़े निकाल लेते थे, मगर इस बार ठंड के संकेत कम ही नज़र आ रहे हैं। मौसम विभाग के मुताबिक इसकी वजह अक्टूबर में हुई बहुत कम बारिश(Rainfall Shortfall)है। नवंबर में भी मौसम के शुष्क रहने की ही आसार जताई जा रही है, जिससे ठंड का प्रतीक्षा और बढ़ गया है।
नवंबर का पहला हफ्ता समाप्त होने को है, मगर ठंड का कोई एहसास नहीं। इस बार मौसम का मिजाज कुछ अलग है। तापमान अब भी सामान्य से ऊपर है और लोग दिन में मामूली गर्मी महसूस कर रहे हैं। पिछले वर्षों में इस समय तक सर्द हवाएं चलने लगती थीं, पर इस बार स्थिति उलट है।
सामान्य से 91 प्रतिशत कम हुई बारिश
उत्तराखंड में अक्टूबर में सामान्य से 91% कम बारिश हुई, जिससे प्रदेश का मौसम सूखा रहा। सभी जिलों में बारिश की भारी कमी दर्ज की गई, जिसमें कुछ अहम आंकड़े निम्नलिखित हैं।
जिला | बारिश का प्रतिशत |
मानसून सीजन (राज्यभर) | सामान्य से 10% अधिक |
सितंबर (राज्यभर) | सामान्य से 55% अधिक |
अक्टूबर (राज्यभर) | सामान्य से 91% कम |
बागेश्वर | सामान्य से 7% अधिक |
देहरादून | 100% कम |
टिहरी | 100% कम |
पौड़ी | 100% कम |
हरिद्वार | 100% कम |
उधमसिंह नगर | 100% कम |
रुद्रप्रयाग | 90% से कम |
चमोली | 90% से कम |
उत्तरकाशी | 90% से कम |
अल्मोड़ा | 90% से कम |
नैनीताल | 90% से कम |
चंपावत | 90% से कम |
पिथौरागढ़ | 78% कम |
5 दिनों से नहीं हुई बारिश
नवंबर के पहले 5 दिनों में राज्य के किसी भी हिस्से में बारिश रिकॉर्ड नहीं हुई है। मौसम विभाग का बोलना है कि आने वाले एक सप्ताह तक अच्छी बारिश के कोई संकेत नहीं हैं। हालांकि कुछ जिलों में छिटपुट बारिश की आसार है, पर इससे ठंड बढ़ने की आसार कम ही है।
ग्लोबल वार्मिंग का बढ़ता प्रभाव
ग्लोबल वार्मिंग के कारण पूरे विश्व का तापमान बढ़ रहा है और इसका असर अब उत्तराखंड के मौसम पर भी साफ दिखने लगा है। अक्टूबर 2024 को अब तक के सबसे गर्म अक्टूबर महीनों में गिना गया है, जो 1951 का रिकॉर्ड तोड़ चुका है। उत्तराखंड मौसम विज्ञाान केंद्र के निदेशक डाक्टर बिक्रम सिंह मानते हैं कि नवंबर के पहले दो हफ्तों में तापमान सामान्य से अधिक रह सकता है। हालांकि तीसरे सप्ताह से तापमान गिरने की संभावना है, जिससे ठंड का एहसास धीरे-धीरे होने लगेगा।
ठंड के लिए करना होगा इंतजार
पर्वतीय क्षेत्रों में भी इस बार बर्फबारी की कमी है, जिससे ठंड आने में देरी हो रही है। मौसम विभाग का बोलना है कि तापमान में गिरावट संभव है, लेकिन फिलहाल उत्तराखंड के लोगों को सर्दी के लिए और प्रतीक्षा करना पड़ेगा।