पीएम विश्वकर्मा योजना: प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना केंद्र सरकार द्वारा चलाई जाने वाली एक योजना है। इस योजना के तहत कारीगरों और अन्य शिल्पकारों को बिना किसी गारंटी के कम ब्याज दरों पर ऋण देकर और उन्हें कौशल प्रशिक्षण देकर आगे बढ़ने में मदद की जाती है। प्रधानमंत्री विश्वकर्मा योजना के तहत केंद्र सरकार कारीगरों को बिना किसी गारंटी के कम ब्याज दरों पर ऋण उपलब्ध कराती है। इसके अलावा इन कारीगरों को टूलकिट प्रोत्साहन, विपणन सहायता और डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन के रूप में भी समर्थन मिलता है।
योजना के तहत 2.58 करोड़ आवेदन प्रस्तुत किये गये
केंद्र सरकार द्वारा बढ़ई, राजमिस्त्री और दर्जी जैसे कारीगरों और शिल्पकारों को बढ़ावा देने के लिए शुरू की गई पीएम विश्वकर्मा योजना ने तेजी से प्रगति की है। इस योजना के तहत 2.58 करोड़ आवेदन जमा किए गए हैं। राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) द्वारा एकत्र किए गए आंकड़ों के अनुसार, इनमें से 23.75 लाख आवेदकों को तीन-चरणीय सत्यापन प्रक्रिया के बाद योजना के तहत लाभ उठाने के लिए सफलतापूर्वक पंजीकृत किया गया है।
सरकार 8 प्रतिशत ब्याज पर सब्सिडी देती है
योजना के तहत करीब 10 लाख लोगों को अपने कारोबार के लिए आधुनिक उपकरण खरीदने के लिए ई-वाउचर के जरिए 15,000 रुपये तक का टूलकिट प्रोत्साहन मिला है। 29 जुलाई 2024 तक 56526 आवेदनों को कुल 551.80 करोड़ रुपये का लोन मंजूर किया जा चुका है। लोन पर 5 फीसदी ब्याज दर है, जिस पर सरकार सब्सिडी देती है। भारत सरकार 8 फीसदी ब्याज सब्सिडी देती है, जिससे कुल लोन लागत कम हो जाती है। लोन की पहली किस्त 18 महीने और दूसरी किस्त 30 महीने में चुकाई जा सकती है। पीएम विश्वकर्मा योजना पिछले साल 17 सितंबर को शुरू की गई थी।
कौशल प्रशिक्षण के रूप में औपचारिक प्रशिक्षण शुरू हुआ
इस योजना का उद्देश्य 18 ट्रेडों के कारीगरों और शिल्पकारों को अपने हाथों और औजारों से काम करने में सहायता प्रदान करना है। कारीगरों और शिल्पकारों के पारंपरिक कौशल को उन्नत और आधुनिक बनाने के लिए पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत देश के 26 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में बुनियादी कौशल प्रशिक्षण के रूप में औपचारिक प्रशिक्षण शुरू किया गया है। योजना के तहत पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड, कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन, ऋण सहायता, डिजिटल लेनदेन के लिए प्रोत्साहन और विपणन सहायता प्रदान की जाती है।
5 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर ऋण उपलब्ध है
पीएम विश्वकर्मा योजना के तहत सबसे बड़ा लाभ यह होगा कि अगर कोई हुनरमंद व्यक्ति अपना खुद का कारोबार शुरू करना चाहता है और उसे पैसों की दिक्कत आ रही है तो वह इसके तहत लोन के लिए आवेदन कर सकता है। इसमें पात्र आवेदक को 3 लाख रुपये तक का लोन दिया जाता है। पहले चरण में कारोबार शुरू करने के लिए एक लाख रुपये का लोन दिया जाता है और इसके बाद दूसरे चरण में इसे विस्तार देने के लिए दो लाख रुपये तक का लोन लिया जा सकता है। यह लोन महज 5 फीसदी सालाना ब्याज पर दिया जाता है।
आवेदन कैसे करें?