सासाराम: बिहार के ऐतिहासिक शहर सासाराम स्थित शेरशाह सूरी इंटर स्तरीय विद्यालय के पांच शिक्षकों का हाल ही में बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) द्वारा प्रधानाध्यापक पद के लिए चयन हुआ है। इनमें विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक डाक्टर सुरेंद्र कुमार पासवान भी शामिल हैं, जिन्होंने स्वयं इस प्रतिष्ठित पद के लिए कामयाबी प्राप्त की है। यह उपलब्धि न सिर्फ़ विद्यालय, बल्कि पूरे सासाराम क्षेत्र के लिए गर्व का विषय है। इन शिक्षकों ने अपनी मेहनत और सरेंडर के बल पर यह मुकाम हासिल किया है।
डॉ। सुरेंद्र कुमार पासवान ने इस कामयाबी पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए बोला कि उनके चयन का मुख्य कारण इन शिक्षकों का मुश्किल परिश्रम और शिक्षा के प्रति सरेंडर है। उन्होंने आशा जताई कि ये सभी शिक्षक अपने नए दायित्वों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक परिवर्तन लाने में सफल होंगे।
शिक्षिका ने बोला पढ़ाना उनका जुनून है
गणित शिक्षिका विनीता कुमारी ने अपनी कामयाबी पर खुशी जाहिर करते हुए बोला कि पढ़ाना उनका जुनून है, इसलिए उन्होंने इसके लिए किसी विशेष तैयारी की जरूरत नहीं समझी। उनके अनुसार, एक शिक्षक का काम सिर्फ़ पढ़ाना ही नहीं, बल्कि विद्यार्थियों की जरूरतों को समझना और उनके समग्र विकास में योगदान देना भी है।
अर्थशास्त्र की शिक्षिका गायत्री कुमारी ने कहा कि यह उनका पहला कोशिश था और कामयाबी ने उन्हें काफी प्रेरित किया है। उन्होंने बोला कि एक अच्छे शिक्षक का कार्य विद्यार्थियों के साथ जुड़ाव बनाए रखना है, ताकि उनका सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।रसायन विज्ञान की शिक्षिका आरती कुमारी ने अपने चयन पर खुशी व्यक्त की और गवर्नमेंट से आग्रह किया कि उन्हें उनके गृह जिले में ही कार्य करने का अवसर मिले, ताकि वे अपने समुदाय के विकास में सहयोग दे सकें।
मेहनत और सरेंडर का रिज़ल्ट है
इतिहास के शिक्षक रिलेशन कुमार ने बोला कि प्रधानाध्यापक बनने का उनका सपना हमेशा से था, और आज वह इस पद पर चयनित होकर अत्यंत प्रसन्न हैं।इन शिक्षकों की कामयाबी न सिर्फ़ उनकी मेहनत और सरेंडर का रिज़ल्ट है, बल्कि यह पूरे सासाराम क्षेत्र के लिए प्रेरणा का एक सशक्त साधन है। यह कामयाबी यह साबित करती है कि कड़ी मेहनत और दृढ़ निश्चय से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है। अब ये शिक्षक अपने नए दायित्वों के माध्यम से शिक्षा के क्षेत्र में और भी