अगर आप दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग के माध्यम से पढ़ाई करना चाहते हैं तो आपके लिए खबर महत्वपूर्ण है. स्कूल अंडर ग्रैजुएट कोर्स में दाखिले के लिए अंतिम तारीख 15 नवंबर कर दी है. आइये इसके बारे में विस्तार से जानते हैं.
1.20 लाख स्टूडेंट ले चुके हैं एडमिशन
दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग में अब तक अंडरग्रैजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट कोर्स के लिए 1.20 लाख स्टूडेंट एडमिशन ले चुके हैं. इनमें ग्रैजुएट के 1.7 लाख जबकि 50,000 एडमिशन पोस्ट ग्रैजुएट कोर्सेज के लिए हुए हैं.
इसलिए बढ़ाई गई है डेट
स्कूल का ओपन लर्निंग की निदेशक प्रोफेसर पायल मैगो की माने तो ज्यादातर एडमिशन पहले ही हो चुके हैं. हालांकि आवेदन करने की तारीख को सिर्फ इसलिए बढ़ाया गया है क्योंकि यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन के डिस्टेंस एजुकेशन बोर्ड ने सभी ऑनलाइन कोर्स के लिए लास्ट डेट बढ़ाई है. इसी को देखते हुए स्कूल आफ ओपन लर्निंग ने भी एडमिशन की अंतिम तारीख को बढ़ाया है.
छात्रों के सामने रहेगी यह बड़ी चुनौती
स्कूल आफ ओपन लर्निंग भले ही 15 नवंबर तक एडमिशन लेने की बात कह रह कह रहा है, लेकिन वह नए छात्रों के लिए कोई भी नई कक्षा लगाने की तैयारी में नहीं है. स्कूल निदेशक ने पहले ही साफ कर दिया है कि जो बच्चे अब एडमिशन ले रहे हैं उन्हें स्कूल आफ ओपन लर्निंग की वेबसाइट या यूट्यूब चैनल की ऑनलाइन वीडियो क्लासेस या रिकॉर्डर क्लासेस से पढ़ाई करनी होगी ताकि उनका सिलेबस पूरा हो सकें.
आसानी से मिलेगा स्टडी मैटेरियल
निदेशक का कहना है कि स्टडी मैटेरियल की सॉफ्ट कॉपी पहले ही दिन से वेबसाइट पर उपलब्ध है. हार्ड कॉपी पिछले महीने से मिलना शुरू हो गई है. उन्होंने बताया कि हर साल 40 से 45 फ़ीसदी छात्र ही स्टडी मैटेरियल की हार्ड कॉपी लेते हैं जबकि बाकी छात्र ऑनलाइन स्टडी मैटेरियल से ही पढ़ाई करते हैं. इस साल 55 फ़ीसदी स्टूडेंट्स ने स्टडी मैटेरियल की हार्ड कॉपी ली है. कह कि पूरा मैटेरिय पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है. जो भी छात्र हार्ड कॉपी चाहता है, उसे वह मिल जाएगी.
छात्र संगठनों ने उठाए सवाल
कई छात्र संगठनों ने प्रवेश की तारीख बढ़ाए जाने पर आपत्ति जताई है. मास मेलिंग और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करके प्रबंधन पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि अगर नवंबर तक एडमिशन होंगे तो 6 महीने का सेमेस्टर छात्र कैसे पूरा करेगा और बिना स्टडी मैटेरियल के वह तैयारी कर कैसे एग्जाम देगा. मांग की की पूरे क्लास होने के बाद ही एग्जाम रखे जाएं. एक छात्र संगठन ने स्कूल का ओपन लर्निंग के प्रबंधन पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया है.