वाहन डीलरों के संगठन फाडा ने बुधवार को कहा कि भारतीय डीलरों की कार बिक्री में अक्तूबर के महीने में 32.4 फीसदी की बढ़ोतरी हुई. जिसे त्योहारी मांग, विशेष रूप से स्पोर्ट्स यूटिलिटी वाहनों (एसयूवी) के साथ-साथ नए मॉडलों के लॉन्च और ऑफरों से सहायता मिली. लेकिन इसके बावजूद इन्वेंट्री का स्तर ऊंचा बना रहा.
फेडरेशन ऑफ ऑटोमोबाइल डीलर्स एसोसिएशन (FADA) (फाडा) के आंकड़ों के अनुसार, डीलरों द्वारा ग्राहकों को बिक्री पिछले वर्ष के 3,64,991 यूनिट्स से बढ़कर इस महीने में 4,83,159 यूनिट्स हो गई.
त्योहारी सीजन के दौरान भारतीय आम तौर पर बड़ी खरीदारी करते हैं. इस वर्ष का त्योहारी सीजन पिछले वर्ष अक्तूबर के मध्य की तुलना में अक्तूबर की आरंभ में प्रारम्भ हुआ, जिससे महीने में बिक्री में बढ़ोतरी हुई.
और जबकि इससे खुदरा बिक्री में दोहरे अंकों की बढ़ोतरी दर्ज करने में सहायता मिली. वहीं, थोक विक्रेताओं यानी कार निर्माताओं की डीलरों को बिक्री, पिछले महीने स्थिर या थोड़ी कम रही. एसयूवी की बिक्री एकमात्र सबसे अधिक रही.
फाडा ने कहा, धीमी थोक बिक्री और मजबूत खुदरा बिक्री के बावजूद, अक्तूबर में एक कार बिकने से पहले औसतन पांच अतिरिक्त दिन शोरूम में रुकी. जिससे तथाकथित इन्वेंट्री दिनों की संख्या बढ़कर 75-80 हो गई. जबकि अनुशंसित स्तर लगभग एक महीने का है.
डीलरों के संगठन ने बोला कि इसकी वजह से, इस वर्ष के आखिर तक छूट जारी रह सकती है.
फाडा ने बोला कि हालांकि बिना बिके वाहनों में ज्यादातर छोटी कारें शामिल हैं. लेकिन एसयूवी की हिस्सेदारी धीरे-धीरे बढ़ रही है.
कार निर्माता और डीलरों ने बोला है कि अत्यधिक गर्मी और फिर भारी बारिश के कारण अप्रैल से सितंबर तक शोरूम में आना कम हो गया है. जिसके कारण कई ग्राहक अधिक छूट पाने की आशा में त्योहारी सीजन तक खरीदारी टाल रहे हैं.
फाडा 14 नवंबर को अक्तूबर-नवंबर की 42 दिनों की अवधि के लिए खुदरा बिक्री की रिपोर्ट देगा. जिसमें इस वर्ष और पिछले वर्ष भिन्न-भिन्न त्योहारों की तारीखों को ध्यान में रखते हुए लंबी समयावधि ली जाएगी.