मुंबई, 8 नवंबर . भारतीय शेयर बाजार सप्ताह के आखिरी कारोबारी दिन शुक्रवार को सीमित दायरे में बंद हुआ. कारोबार के अंत में ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विस, मेटल और रियलिटी सेक्टर में बिकवाली देखी गई. सेंसेक्स कारोबार के अंत में 55.47 अंक या 0.07 प्रतिशत फिसलकर 79,486.32 पर आ गया. वहीं, दूसरी ओर निफ्टी 51.15 अंक या 0.21 प्रतिशत की गिरावट के बाद 24,148.20 पर आ गया.
निफ्टी बैंक 355.30 अंक या 0.68 प्रतिशत गिरने के बाद 51,561.20 पर आ गया. निफ्टी मिडकैप 100 इंडेक्स कारोबार के अंत में 757.15 अंक या 1.33 प्रतिशत गिरने के बाद 56,352.00 पर बंद हुआ. निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 318.25 अंक या 1.70 प्रतिशत गिरने के बाद 18,445.60 पर बंद हुआ.
निफ्टी के रियलिटी, एनर्जी और मीडिया सेक्टर में 2 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट रही. इसके अलावा, ऑटो, पीएसयू बैंक, फाइनेंशियल सर्विस, मेटल, प्राइवेट बैंक और इंफ्रा सेक्टर में बिकवाली रही. कारोबार के अंत में आईटी, फार्मा और एफएमसीजी सेक्टर हरे निशान पर थे. सेंसेक्स पैक में एशियन पेंट्स, टाटा स्टील, एसबीआई, टाटा मोटर्स, रिलायंस, एनटीपीसी, आईसीआईसीआई बैंक और भारती एयरटेल टॉप लूजर्स रहे.
वहीं, एम एंड एम, टाइटन, टेक महिंद्रा, नेस्ले इंडिया और इंफोसिस टॉप गेनर्स रहे. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) पर 1,397 शेयर हरे, 2,574 शेयर लाल निशान पर कारोबार कर रहे थे. वहीं, 93 शेयर में किसी तरह का कोई बदलाव नहीं रहा.
बाजार के जानकारों के अनुसार, “बाजार में समेकन जारी रहा क्योंकि आय में निराशा और एफआईआई के पलायन के कारण निवेशक सतर्क रहे. अमेरिकी फेड ने अर्थव्यवस्था को प्रोत्साहित करने के लिए अपनी दर-कटौती चक्र जारी रखा और मुद्रास्फीति में नरमी के बीच दिसंबर की नीति बैठक में इसी तरह की 25-बीपीएस दर कटौती की उम्मीद है.”
जानकारों ने आगे कहा कि भारत में मुद्रास्फीति अक्टूबर में बढ़ने का अनुमान है और मजबूत अमेरिकी डॉलर आरबीआई को निकट भविष्य में दर को बनाए रखने के लिए मजबूर करेगा.
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एसकेटी/एबीएम
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