JP Nadda Attack On Rahul Gandhi: मुंबई साउथ में भाजपा अध्यक्ष और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने एक संवाद कार्यक्रम के दौरान कांग्रेस और उसके नेताओं पर जमकर हमला बोला. नड्डा ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि "राहुल की मोहब्बत की दुकान में बंटवारे का सामान बिकता है." जेपी नड्डा ने इस टिप्पणी के जरिए कांग्रेस पर देश को बांटने का आरोप लगाया.
नड्डा ने कार्यक्रम में कहा कि कांग्रेस के नेताओं ने हाल ही में कर्नाटक के केंद्रीय मंत्री कुमारस्वामी के खिलाफ जिस प्रकार के बयान दिए, वह आपत्तिजनक हैं. उन्होंने कहा, " मैं शब्दों का इस्तेमाल नहीं कर सकता, इस तरीके की भाषा, रंग के आधार पर क्या देश चलेगा? क्या कांग्रेस पार्टी ने इसका विरोध किया?" नड्डा का मानना है कि कांग्रेस इस तरह के विभाजनकारी भाषणों का समर्थन करती है और इसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करती.
डीके सुरेश के बयान को बताया देश-विरोधी
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कांग्रेस के बेंगलुरु से सांसद डीके सुरेश के उस बयान का जिक्र किया, जिसमें उन्होंने साउथ के लोगों की ओर से ज्यादा पैसा देने की बात कही और यह भी जोड़ा कि नॉर्थ में उनका पैसा खर्च होता है, इसलिए समय आने पर अलग राष्ट्र की सोच रखनी चाहिए. जेपी नड्डा ने इस बयान की कड़ी आलोचना की और सवाल उठाया कि इस तरह के बयान पर भी कांग्रेस चुप क्यों है.
राज्यसभा सदस्य नासिर अहमद का जिक्र, Pseudo Secularism का लगाया आरोप
भाजपा अध्यक्ष ने कांग्रेस नेता नासिर अहमद का जिक्र करते हुए कहा कि उनकी राज्यसभा की जीत पर 'पाकिस्तान जिंदाबाद' के नारे लगे, लेकिन कांग्रेस द्वारा तुरंत कार्रवाई नहीं की गई. नड्डा ने कहा, "हमारे आवाज उठाने के बाद ही FIR होती है." उन्होंने कांग्रेस पर ‘Pseudo Secularism’ और ‘Appeasement’ की राजनीति करने का आरोप लगाया और कहा कि यह पार्टी हिंदू-मुस्लिम में विभाजन का काम करती है.
संसाधनों पर अधिकार का मुद्दा उठाया, जाति जनगणना पर सवाल
नड्डा ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने एक बार कहा था कि "भारत के संसाधनों पर पहला अधिकार अल्पसंख्यकों का है." उन्होंने इसे कांग्रेस द्वारा समुदायों में बांटने का प्रयास बताया. नड्डा ने जाति जनगणना का भी जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस का जाति जनगणना से कोई वास्ता नहीं है, बल्कि उनका उद्देश्य समाज को बांटने का है. आखिर में, जेपी नड्डा ने कहा कि कांग्रेस का मकसद लोगों के बीच विभाजन लाना है और राहुल गांधी की "मोहब्बत की दुकान" के पीछे बंटवारे का एजेंडा छिपा हुआ है. उन्होंने कहा कि ऐसे विभाजनकारी लोगों का विरोध जरूरी है ताकि देश में एकता और अखंडता बनी रहे.
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