हिमाचल प्रदेश के सोलन जिले की दून विधानसभा से कांग्रेस पार्टी विधायक राम कुमार चौधरी और एसपी इल्मा अफरोज (IPS Ilma Afroj) के बीच विवाद का मुद्दा सुर्खियां बटोर रहा है। अब विधायक राम कुमार चौधरी ने इस पूरे मुद्दे पर मीडिया के सामने अपना पक्ष रखा है।
सोलन के बद्दी में पत्रकार वार्ता के दौरान विधायक राम कुमार चौधरी (MLA Ram Kumar Chaudhary) ने इस पूरे टकराव में उनका नाम घसीटने पर सफाई दी। विधायक ने बोला कि एसपी बद्दी का छुट्टी जाना उनके अधिकार क्षेत्र में नहीं आता है और ना ही वह किसी अधिकारी को छुट्टी पर भेज सकते हैं। यह मुद्दा गृह विभाग और सीएम के अधीन आता है और एक अधिकारी निजी कारणों से छुट्टी जाने के मुद्दे को उछलना ओच्छी हरकत है।
राम कुमार चौधरी ने बोला के कुछ चैनलों और अखबारों में यह छापा गया कि एसपी ने मेरे परिवार के टिप्परों के चालान किए और इस वजह से उन्हें छुट्टी पर भेजा गया। सीपीएस राम कुमार चौधरी ने बोला कि ना वह, ना ही उनके परिवार का क्रेशर हैं और न ही उनके पास कोई टिप्पर है। उन्होंने अपनी गाड़ियां लीज पर दी हैं और 2 वर्ष से उनका क्रेशर नेशनल हाइवे की फर्म एसपीजी इंफ्राकान के पास लीज पर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह फर्म नेशनल हाइवे के काम के लिए क्रेशर को चला रही है और पजैहरा के ठेकेदार के पास टिप्पर किराए पर चल रहे हैं। उनका भी किसी भी तरह का खनन का कोई चालान नहीं हुआ है। 2 वर्ष से उनका उनके परिवार का खनन से जुड़ा कोई काम नहीं है। फिर भी विपक्ष के साथ कुछ चैनलों और अखबारों ने एसपी बद्दी के छुट्टी जाने को लेकर उनके साथ जोड़ा गया। अब उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी और मानहानि का नोटिस देंगे।
सीएम ने भी दी प्रतिक्रिया
राम कुमार चौधरी ने बोला के विपक्ष के पास कोई मामला नहीं है। सस्ती लोकप्रियता बटोरने के लिए विपक्ष उनपर झूठे इल्जाम लगाने का कोशिश कर रहा है। लेकिन पूर्व विधायक, पूर्व सीएम और बीजेपी के ये नापाक मनसूबे सफल नहीं होंगे। नालागढ़ चुनावों में बीजेपी नेता छाती पीट-पीट कर कहते थे कि बीबीएन में कानून प्रबंध पटरी पर नहीं है। उन्होंने जो विधानसभा में प्रिवलेज मोशन एसपी बद्दी के विरुद्ध डाला है, उसकी जांच अभी प्रारम्भ होनी है। इस मुद्दे पर धर्मशाला में मुख्यमंत्री सुक्खू ने बोला कि एसपी छुट्टी पर कई हैं। विधायक से विवाद के प्रश्न पर मुख्यमंत्री कहे कि क्या आपके पास प्रमाण है तो मुझे भी दीजिये। उधर, पूर्व मुख्यमंत्री और बीजेपी नेता जयराम ठाकुर ने भी इस मुद्दे में गवर्नमेंट को घेरा और बोला कि एक अधिकारी ने करप्शन के विरुद्ध आवाज उठाई थी, लेकिन उसे रातों-रात अपना सामान लेकर जाना पड़ा है और यह ताजा उदाहरण देखने को मिला है और इससे साथ कांग्रेस पार्टी की गवर्नमेंट में करप्शन चल रहा है।
क्या है पूरा मामला
दरअसल, हिमाचल प्रदेश की स्त्री आईपीएस अधिकारी इल्मा अफरोज बद्दी में एसपी हैं। उनका और विधायक के बीच कई मामलों को लेकर विवाद हुआ। इस दौरान कुछ समय पहले, एसपी शिमला गई थी। यहां पर मुख्यमंत्री के साथ सभी जिलों के एसपी की मीटिंग होनी थी। लेकिन इल्मा अफरोज बिना मीटिंग किए ही वापस लौट आईं। इस दौरान उन्होंने अपना एसपी आवास भी खाली कर दिया और फिर लंबी छुट्टी पर अपने घर उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद चली गई।