Treasure found in Spain : स्पेन के विलेना स्थित म्यूजियम में रखे गए प्राचीन खजाने को लेकर एक नई जानकारी सामने आई है. एक नई स्टडी में खुलासा हुआ है कि इस खजाने में दो ऐसी चीजें शामिल हैं, जो पृथ्वी की हैं ही नहीं, बल्कि उल्कापिंडों से आई धातुओं से बनाई गई हैं. ये स्टडी जर्नल ट्रैबाजोस डी प्रीहिस्टोरिया में पब्लिश हुई है, जो कि प्राचीन स्पेन में धातु के काम के पारंपरिक सूचना को चुनौती देती है. हालांकि अब नई स्टडी के इस बात पर जोर देता है कि कांस्य युग के लोग अंतरिक्ष से आई दुर्लभ धातुओं का इस्तेमाल करने में हमारी कल्पना से कहीं अधिक सक्षम थे.
1963 में खोजा गया था विलेना का ये खजाना
विलेना का यह खजाना 1963 में खोजा गया था. इस खजाने सबसे ज्यादा सोने के आभूषण और कई अन्य चीजें शामिल हैं, जो कांस्य युग के स्वर्णकारों की बेहतरीन कला का सबूत है. हालांकि, इस खजाने में दो अजीब चीजें मिली थी, जो लोहे से बनी हुई लगती हैं. जिसमें एक कंगन और एक छोटा खोखला गोला मिला था. खजाने में इन दो चीजों ने विशेषज्ञों के लिए रहस्य बन गई. विशेषज्ञ ये सोचने लगे कि इस इलाके में लोहे का इस्तेमाल 850 ईसा पूर्व के बाद से शुरू हुआ था. वहीं, इन चीजों को करीब 1500 से 1200 ईसा पूर्व के बीच का माना जाता है. तो ऐसे में विशेषज्ञों के सामने यह सवाल सामने आता है कि उस वक्त इस क्षेत्र में लोहा कहां से आया.
उल्कापिंड के लोहे से बनाए गए हैं गहने!
रिसर्चरों ने विलेना खजाने में मिले गहनों के बनाए जाने के समय इबेरियन प्रायद्वीप में लोहे का इस्तेमाल नहीं होता था. ऐसे में खजाने में मिले ये गहने सामान्य लोहे से नहीं, बल्कि दुर्लभ उल्कापिंडों से प्राप्त धातु से बनाए गए हो सकते हैं. उल्लेखनीय है कि उल्कापिंडों में मिलने वाले लोहा धरती के सामान्य लोहे से अलग होता है. इसमें अधिक मात्रा में निकल मिला हुआ होता है और इसकी एक अलग रसायनिक पहचान होती है.
रिपोर्ट के अनुसार, पहले के लोग उल्कापिंड के लोहे को आकाश से आने की वजह से इसे विशेष धातु मानते थे. यह जांचने के लिए कि क्या विलेना के गहने उल्कापिंड के लोहे से बने थे, वैज्ञानिकों ने इनकी रसायनिक संरचना की जांच करने के लिए मास स्पेक्ट्रोमेट्री नाम की एक नई टेक्नीक का इस्तेमाल किया था. जांच के दौरान जंग लगे होने के बावजूद उस लोहें में निकल की मात्रा काफी ज्यादा पाई गई, जो की उल्कापिंड के लोहा से मेल खाती है.