डीएम अंशुल कुमार ने सदर हॉस्पिटल का गुरुवार को निरीक्षण किया. मौके पर एसपी डाक्टर सत्यप्रकाश भी उपस्थित रहे. डीएम ने आकस्मिक कक्ष, प्रसव कक्ष का निरीक्षण किया.
मरीजों से बात-चीत कर स्वास्थ्य सुविधाओं की जानकारी प्राप्त की. रोगियों को दिये जाने वाले भोजन के गुणवत्ता के संबंध में पूछा गया. रोगियों के द्वारा कहा गया कि सुबह में नास्ता एवं मौसमी फल मिला था. इस पर डीएम ने संतोष व्यक्त किया. प्रसव कक्ष के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि माह अक्टूबर में 728 के खिलाफ 665 का संस्थागत प्रसव हुआ है. उपाधीक्षक, सदर हॉस्पिटल को निर्देश दिया गया कि गर्भवती स्त्रियों को पंजीकरण के पश्चात् बिना प्रसव के जाने के बाद सभी ऐसे गर्भवती रोगियों को ससमय फोलो-अप कर इससे संबंधित कारण को साफ करना सुनिश्चित करें. साथ ही रोजाना एडमिट होने वाले गर्भवती स्त्रियों एवं प्रसव कराने वाली स्त्रियों के प्रतिवेदन समीक्षा करने का निर्देश दिया गया. कंगारू मदर के चेयर को बदलने का निर्देश दिया गया.
ओपीडी कक्ष के निरीक्षण के क्रम में पाया गया कि पुरुष ओपीडी में डॉक्टर डा। दिलीप कुमार के द्वारा रोगियों को देखा जा रहा था तथा स्त्री ओपीडी में डॉक्टर अनुपस्थित पाये गये. निरीक्षण के क्रम में उपाधीक्षक, डाक्टर लक्ष्मण पंडित विलम्ब से पहुंचे. इस संबंध में उपाधीक्षक पर नाराजगी व्यक्त की गयी.
साफ सफाई का डीएम ने दिया निर्देश
ओपीडी में डॉक्टरों की उपस्थिति ससमय नहीं होने पर सुधार के लिए भ्रमण कर प्रतिवेदन भेजने का निर्देश उपाधीक्षक को दिया गया. निरीक्षण के क्रम में दीदी की रसोई एवं साफ-सफाई की स्थित्ति संतोषप्रद नहीं पायी गयी. उक्त के संदर्भ में जिला कार्यक्रम प्रबंधक, जीविका को गुणवत्तापूर्ण भोजन, नाश्ता बनाने का निर्देश दिया गया, ताकि रोगियों के अलावे अन्य आदमी भुगतान कर इसका फायदा उठा सके.
दीदी की रसोई का आईईसी हॉस्पिटल परिसर में लगाने का निर्देश दिया ताकि, आधिक से अधिक व्यक्तियों को इसकी जानकारी प्राप्त हो सके.