Champions Trophy 2025: चैंपियंस ट्रॉफी 2025 (Champions Trophy) के लिए भारतीय टीम के पाक दौरे से इनकार के बावजूद इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने ट्रॉफी पाक क्रिकेट बोर्ड को सौंप दी है। पीसीबी ने गुरुवार को ट्रॉफी टूर का कार्यक्रम भी जारी कर दिया, लेकिन आईसीसी ने कुछ शहरों में ट्रॉफी टूर को रद्द कर दिया है। आईसीसी ने स्कार्दू, मुर्री और मुजफ्फराबाद में चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की ट्रॉफी के दौरे को रद्द कर दिया है। ये सभी क्षेत्र पाक के कब्जे वाली कश्मीर (PoK) में आते हैं। आईसीसी ने यह निर्णय पीसीबी के ट्रॉफी टूर कार्यक्रम पर भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) की आपत्तियों के बाद लिया है।
पीसीबी ने 16 से 24 नवंबर तक राष्ट्रव्यापी ट्रॉफी टूर की घोषणा की थी। हालांकि, ICC ने पाक के कब्जे वाली कश्मीर (PoK) क्षेत्रों को दौरे से बाहर रखने का निर्णय किया है। अब तक यह साफ नहीं है कि चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन पूरी तरह से पाक में होगा या हिंदुस्तान के मैच किसी तटस्थ जगह पर खेले जाएंगे। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी के लिए भारतीय टीम को पाक न भेजने के फैसला पर बीसीसीआई से आधिकारिक रूप से लिखित स्पष्टीकरण मांगा है।
बीसीसीआई ने पहले ही मौखिक रूप से आईसीसी को बता दिया था कि वह सुरक्षा कारणों से अपनी टीम को पाक नहीं भेज सकता। लेकिन पीसीबी ने आईसीसी से हिंदुस्तान के रुख की लिखित कॉपी मौजूद कराने का निवेदन किया है। इस वर्ष की आरंभ में बीसीसीआई के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने बोला था कि हिंदुस्तान तभी पाक का दौरा करेगा जब हिंदुस्तान गवर्नमेंट इसकी अनुमति देगी। पिछले वर्ष एशिया कप के लिए भी भारतीय टीम ने पाक का दौरा नहीं किया था और हिंदुस्तान के मैच श्रीलंका में खेले गए थे।
जियो न्यूज को पीसीबी के सूत्रों ने बताया, “लिखित उत्तर मिलने की स्थिति में पाकिस्तान, बीसीसीआई से कारणों के समर्थन में ठोस सबूत मांग सकता है। आईसीसी को उन कारणों की समीक्षा करने के बाद हिंदुस्तान के बारे में आखिरी फैसला लेगा।” सूत्रों ने जियो न्यूज को यह भी कहा कि यदि हिंदुस्तान पाक न जाने के लिए उचित कारण बताने में विफल रहता है, तो उन्हें टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए पाक आने के लिए बोला जाएगा। यदि फिर भी हिंदुस्तान इनकार करता है तो किसी और बड़ी टीम को प्रतियोगिता में शामिल किया जाएगा।
इस बीच, चैंपियंस ट्रॉफी को हाइब्रिड मॉडल पर आयोजित करने पर भी विचार किया जा रहा है। हालांकि पाक किसी भी हाल में मेजबानी खोना नहीं चाहता है। मेजबानी जाने का मतलब होगा कि पाक को करोड़ों रुपये का हानि उठाना पड़ेगा। इस प्रतियोगिता के लिए पीसीबी ने अपने स्टेडियमों का नवीनीकरण कराना प्रारम्भ कर दिया है, जिसमें काफी खर्च का अनुमान है। हालांकि मेजबानी पर अंतिम निर्णय आईसीसी को ही लेना है।