Sanchore, Jalore News: गुजरात में कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता के करीबी अहमदाबाद के सेंधाभाई को वर्ष 2019 में डोडा चूरा स्मग्लिंग में झूठा फंसा दिया गया था। उच्च स्तरीय जांच के बाद एसपी ऑफिस में कार्यरत हेड कांस्टेबल भंवर सिंह और बागोड़ा पुलिस स्टेशन में कार्यरत कांस्टेबल मीठालाल को अरैस्ट कर लिया गया।
जांच में सामने आया कि गुजरात के एक प्रॉपर्टी डीलर के कहने पर यह षड्यंत्र रची गई थी। तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत के दखल पर हुई उच्च स्तरीय जांच की फाइल अब तक कागजों में दबी हुई थी। सांचौर एसपी ज्ञानचंद ने निर्देश पर 100 नंबर एफआईआर के अनुसार हेड कांस्टेबल भंवर सिंह और कांस्टेबल मीठालाल को अरैस्ट किया है। पुलिस लाइन में कार्यरत हेड कांस्टेबल भंवर सिंह और कांस्टेबल मीठालाल को पुलिस के आलाधिकारियों ने सांचौर बुलाया था। इसके बाद दोनों को अरैस्ट करने की सूचना दी गई। इससे पहले दोनों को भनक तक नहीं थी कि छ: वर्ष पुराने मुद्दे में अरैस्ट किया जा सकता है।
जानकारी के अनुसार, अहमदाबाद के सेंधा भाई की करोड़ों की जमीन पर प्रॉपर्टी डीलरों की नजर थी। पहले खरीदने की प्रयास की, लेकिन बेचने से इंकार कर दिया। सेंधा भाई को रास्ते से हटाने के लिए षड्यंत्र रचते हुए सांचौर में डोडा पोस्त के मुद्दे में अरैस्ट करवाना तय किया। 50 लाख रुपये में डील करने के बाद हेड कांस्टेबल भंवर सिंह और कांस्टेबल मीठालाल ने एनडीपीएस के मुद्दे में सेंधा भाई को अरैस्ट कर लिया। गुजरात में कांग्रेस पार्टी के कद्दावर नेता के करीबी होने के कारण तत्कालीन सीएम अशोक गहलोत ने दखल दिया था।
पुलिस की जांच में सामने आया कि दोनों पुलिसवालों ने सांचौर क्षेत्र के एक चोर से संपर्क कर सेंधा भाई की इनोवा कार को अहमदाबाद से चोरी करवाया। सांचौर क्षेत्र से डोडा पोस्त भरकर पीर की जाल के पास कार छोड़ कर डोडा चूरा की जब्ती दिखाई थी। एफआईआर में पुलिस ने झूठी कहानी रची कि नाकाबंदी के दौरान इनोवा गाड़ी आती हुई दिखाई दी। रुकने का इशारा किया तो ड्राइवर गाड़ी को गुजरात की तरफ लेकर गया और जाल के पास खड़ी कर खेतों में भाग गया। गाड़ी में डोडा चूरा मिला था।