Oldest Languages of the World: दो लोगों को आपस में बात करने के लिए एक माध्यम की जरूरत होती है. भाषा वही माध्यम है जिसके जरिए लोग एक दूसरे से जुड़ा हुआ महसूस करते हैं और अपनी बातें एक दूसरे तक पहुंचाकर उनकी बातों को समझा और महसूस कर पाते हैं. हम जिस क्षेत्र में रहते हैं वहां की भाषा या बोली के बारे में तो हम जानते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं की दुनिया में कौन सी वह भाषाएं हैं जो सबसे पुरानी मानी जाती है? इनमें से भारत की कितनी और कौन सी भाषाएं हैं? आइये हम आपको बताते हैं...
सबसे पुरानी भाषा है तमिल
भारत के दक्षिणी हिस्से खासकर तमिलनाडु राज्य व उससे लगते क्षेत्रों में बोली जाने वाली इस तमिल भाषा को दुनिया की सबसे पुरानी भाषा माना जाता है. भारत के अलावा श्रीलंका के कुछ हिस्से में भी इस तमिल भाषा का इस्तेमाल लोग एक दूसरे से संवाद के लिए करते हैं.
संस्कृत भी है काफी पुरानी
संस्कृत भाषा को काफी पौराणिक माना जाता है. हालांकि जानकारों का कहना है कि इंडो आर्यंस जब भारतीय भूभाग पर पहुंचे तो वह अपने साथ संस्कृत भाषा को लाए थे. तब से इस भाषा को भारतीय भूभाग में खासतौर पर इस्तेमाल किया जाता है. भारत में इस्तेमाल होने वाली इस दूसरी भाषा संस्कृत को दुनिया की सबसे पुरानी भाषाओं में से एक माना जाता है. पुरानी भाषाओं की सूची में इसे दूसरा स्थान दिया गया है.
हायरूग्लिफ्स
इजिप्ट देश की यह पुरानी भाषा है और इस भाषा को भी काफी पुरानी भाषा में से एक माना जाता है. इजिप्ट के पिरामिड के अलावा कई अलग-अलग ऐतिहासिक महत्व के स्थान पर भी इस हायरूग्लिफ्स भाषा में लिखे होने के साक्ष्य इतिहासकारों को मिले हैं. इसका सबसे पुराना सबूत 3200 बीसी के मिलते हैं.
अकाडियन
अकाडियन भाषा को मेसोपोटामिया देश के लोग बोला करते थे. इस भाषा को करीब ढाई हजार साल पुराना माना जाता है. इतिहासकारों को ढाई हजार साल पुराने ऐसे साक्ष्य मिले हैं जो यह बताते हैं कि उस समय इस अकाडियन भाषा का मेसोपोटामिया के लोग खासतौर पर एक दूसरे से अपनी बात बताने के लिए इस्तेमाल किया करते थे.
चाइनीज
चीनी भाषा के बारे में कहा जाता है कि वह करीब 3000 साल पुरानी है. इस भाषा को दुनिया में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली भाषाओं में से एक माना जाता है. हालांकि दुनिया के नक्शे पर इस भाषा को बोलने वाले देशों की संख्या ज्यादा नहीं है. यह भाषा चीन और उसके प्रभुत्व वाले क्षेत्र में ज्यादा बोलचाल में इस्तेमाल की जाती है.
हिब्रू
हिब्रू भाषा को इजरायल देश की आधिकारिक भाषा के तौर पर जाना जाता है. इस भाषा का उपयोग हजारों साल पहले हुआ करता था, लेकिन कई चरणों में कई बार किए गए इजरायली नागरिकों जिन्हें ज्यूज कहा जाता है, उनके नरसंहार और पलायन के चलते यह भाषा धीरे-धीरे लुप्त होती चली गई. इजराइल देश के बनने के बाद फिर से इस भाषा को महत्व और स्थान मिलना शुरू हुआ.