देहरादून : देहरादून के ओएनजीसी चौक सड़क हादसे ने सभी को हिलाकर रख दिया है। सोशल मीडिया पर भी इससे जुड़ी कई वीडियो जमकर वायरल हो रहे थे और इस पर लोगों की तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं। हादसे को लेकर कयास लगाए जा रहे थे कि कहीं ओवर गति के कारण दुर्घटना तो नहीं हुआ। हालांकि स्मार्ट सिटी प्रबंधन और पुलिस ने इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर में उस रात के वीडियो खंगाले। जिसमें इनोवा कार शहर के कई हिस्सों में घूमती नज़र आई। उल्लेखनीय है कि अधिकांश सड़क हादसों के में या तो रैश ड्राइविंग या फिर ओवर गति प्रमुख कारण होते हैं। आइए एक नज़र डालते हैं विगत वर्षों के आंकड़ों पर।
साल-दर-साल हो रही हादसे में वृद्धि
उत्तराखंड में हर साल लगभग 85 प्रतिशत सड़क हादसे ओवर गति (Over speeding) या रैश ड्राइविंग (Rash driving) के कारण होते हैं। पिछले तीन वर्ष के सितंबर माह तक के आंकड़ों पर नज़र डाली जाए तो साल 2022, 2023 और 2024 में क्रमश: 1219, 1220 और 1311 सड़क हादसे हुए। जिनमें से 929, 922 और 1114 हादसे ओवर गति के कारण हुए। उल्लेखनीय है कि ओवर गति के कारण हो रहे हादसे में साल-दर-साल बढ़ोतरी हो रही है। पिछले तीन वर्षों के 9 महीनों के आंकड़ों का तुलनात्मक शोध किया जाए तो आपको जानकर आश्चर्य होगी कि इन हादसों में लगभग 1712 लोगों की मृत्यु हुई, जबकि 3000 से अधिक लोग घायल हुए। 3 वर्ष के सिंतबर माह तक के आंकड़ों के अनुसार लगभग 3600 से अधिक हादसे हुए।
वर्ष | कुल दुर्घटनाएं | ओवर गति के कारण | मृतक | घायल |
2022 | 1219 | 929 | 529 | 830 |
2023 | 1220 | 922 | 540 | 848 |
2024 | 1311 | 1114 | 643 | 954 |
हादसों के 20 प्रमुख कारण
गौरतलब है कि पुलिस कुल 20 कारणों को लेकर सड़क हादसों का वर्गीकरण करती है। जैसे शराब या नशीले पदार्थों का सेवन, रैश ड्राइविंग, ओवर स्पीडिंग, नाबालिग चालक, वाहन चलाने के दौरान कान पर लगाकर मोबाइल पर बात करना, ओवर लोडिंग, रॉन्ग साइड वाहन चलाना प्रमुख वर्गीकरण हैं। इन सभी वर्गीकरण में सबसे अधिक हादसे ओवर गति के कारण होते हैं।
3000 लोगों के हुए चालान
लोकल18 ने देहरादून एसपी सिटी प्रमोद कुमार से ओवर गति के कारण होने वाले हादसों को लेकर वार्ता की। उन्होंने कहा कि ये सच है कि अधिकांश सड़क हादसों में ओवर स्पीडिंग या ढिलाई से गाड़ी चलाना प्रमुख कारण हैं। ऐसे में पुलिस प्रशासन लगातार इस तरह के चालकों पर कठोर से कठोर कार्रवाई करती है। रात में सिटी क्षेत्र और देहात के इलाकों में भी बैरिकेडिंग लगाकर कार्रवाई की जा रही है। पिछले कुछ माह में हमने 3000 हज़ार से अधिक लोगों के ओवर गति और रैश ड्राइविंग के चालान काटे हैं। इसके अलावा, शराब पीकर गाड़ी चलाने वालों पर भी कठोरता की गई,इंटरसेप्टर के जरिए ऐसे चालकों का चालान किया जा रहा है। गति गन और रडार गन के जरिए कई लोगों के चालान किए गए हैं।