नई दिल्ली । शादियों के मौसम में सोने की जूलरी की खरीदारी आमतौर पर बढ़ जाती है, लेकिन इस बार इसमें कमी देखने को मिल रही है। नवंबर के अंत तक बड़ी संख्या में शादियां होती हैं, तब आमतौर पर दुल्हनें सोने की जूलरी खरीदने के लिए बाजार में आती हैं। लेकिन इस बार लोग और जूलर्स सोने की कीमतों में और गिरावट का इंतजार कर रहे हैं, जिसके कारण खरीदारी धीमी चल रही है।
क्या है सोने की कीमतों में गिरावट का कारण?रिपोर्ट के मुताबिक, अमेरिका में डॉनल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति चुनाव में जीतने के बाद डॉलर की कीमत मजबूत हुई है। इसके कारण सोने की कीमतों में गिरावट आई है। 5 नवंबर को जब ट्रंप की जीत की पुष्टि हुई थी, तब सोने की कीमत 78,566 रुपये प्रति 10 ग्राम थी। अब यह कीमत घटकर 73,944 रुपए प्रति 10 ग्राम हो गई है, यानी 6.25% की गिरावट आई है। हालांकि, पिछले एक साल की तुलना में सोने की कीमत 17% अधिक है।
जूलर्स भी खरीदारी से बच रहेसोने की कीमतों में लगातार गिरावट की उम्मीद के चलते जूलर्स भी स्टॉक से बच रहे हैं। उनका कहना है कि अगर वे इस समय सोना खरीदते हैं और बाद में कीमतें गिरती हैं, तो उन्हें नुकसान हो सकता है। मुंबई स्थित जूलरी ब्रांड Popley & Sons के डायरेक्टर राजीव पॉपली ने कहा कि शादियों के लिए सोने की खरीदारी नवंबर के अंत से शुरू होगी, खासकर जब कई NRI भारत आते हैं और सोना खरीदते हैं। इस समय लोग छोटे जेवरात खरीद रहे हैं, जबकि बड़ी खरीदारी अभी नहीं हो रही है।
कीमतों में गिरावट अस्थायी हो सकती हैऑल इंडिया जेम ऐंड जूलरी डोमेस्टिक काउंसिल के वाइस चेयरमैन राजेश रोकड़े का कहना है कि सोने की कीमतों में गिरावट अस्थायी हो सकती है। वह मानते हैं कि दिसंबर में कीमतें खरीदारों के लिए आकर्षक हो सकती हैं, जिससे जूलर्स के पास खरीदारों की संख्या बढ़ेगी। वे अनुमानित करते हैं कि जनवरी-फरवरी में ट्रंप अपनी आर्थिक और व्यापार नीतियों का ऐलान करेंगे, जिसके बाद अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमतें फिर से बढ़ सकती हैं।
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