देहरादून, 16 नवंबर . यूथोपिया 2024, डीआईटी यूनिवर्सिटी का बहुप्रतीक्षित वार्षिक टेक्नो-कल्चरल फेस्ट ‘रेट्रो रीमिक्स’ थीम के साथ धूम मचाया. इसमें अतीत के पुराने आकर्षण को आज के युवाओं की जीवंत ऊर्जा के साथ मिलाया गया. डीआईटी की समृद्ध विरासत के 26 वर्षों का जश्न मनाते हुए यह फेस्ट रचनात्मकता, प्रतिभा और एकता का एक गतिशील उत्सव था, जो छात्रों को अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए एक मंच प्रदान करता है.
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डीआईजी अमिताभ श्रीवास्तव के साथ डीआईटी यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर जी. रघुराम, डीएसडब्ल्यू डॉ. राकेश मोहन, समन्वयक डॉ. सुरभि सचदेव, डीन चीफ प्रॉक्टर डॉ. नवीन सिंघल, डॉ. मनीषा दुसेजा, सौरभ मिश्रा की मौजूदगी में उद्घाटन समारोह के साथ हुई. इसमें तीन दिनों तक प्रदर्शन, प्रतियोगिताएं और मनोरंजन का माहौल बना रहा. कई रोमांचक कार्यक्रम हुए. इनमें से एक था दून ऑटो शो, जिसमें पुरानी और आधुनिक कारों का रोमांचक प्रदर्शन था. साथ ही प्रभावशाली बाइक्स का प्रदर्शन था, जिसमें एड्रेनालाईन-पंपिंग स्टंट शो था. राइडर्स और ड्राइवर ट्रैक पर उतरे और ऐसे स्टंट किए, जिससे भीड़ हैरान दिखी. दून ऑटो शो निस्संदेह उत्सव के सबसे चर्चित कार्यक्रमों में से एक था.
संगीत का दृश्य बेहद शानदार था, जिसमें बैटल ऑफ बैंड्स, फेस्ट इन बीट्स और क्रेसेंडो मुख्य आकर्षण रहे. बैटल ऑफ बैंड्स में छात्रों के प्रतिभाशाली समूहों ने एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करते हुए अपने संगीत कौशल और रचनात्मकता का प्रदर्शन किया. फेस्ट इन बीट्स में प्रतिभाशाली नर्तक एक साथ आए, जिनमें से प्रत्येक ने एक भयंकर लेकिन मजेदार प्रतियोगिता में अपने सर्वश्रेष्ठ स्टेप्स दिखाए. शाम ढलते ही परिसर शास्त्रीय नृत्य प्रदर्शन, बॉलीवुड संगीत, पश्चिमी नृत्य, सूफी संगीत और रंगमंच की धुनों से भर गया, जिसने दर्शकों को अपनी ऊर्जा और कलात्मकता से मंत्रमुग्ध कर दिया.
फेस्टिवल का एक प्रमुख आकर्षण फैशनिस्टा था, जिसमें राजसी वैभव और परंपरा की शान का जश्न मनाया गया. छात्रों ने शाही प्रेरित परिधानों से लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया, जिसमें समकालीन शैली के साथ कालातीत शैलियों का मिश्रण था. राजसी साड़ियों और शाही शेरवानी से लेकर बोल्ड आधुनिक व्याख्याओं तक, फैशन शो एक ऐसा नजारा था जिसने दर्शकों को अचंभित कर दिया.
बॉलीवुड डे ने सभी को भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग में पहुंचा दिया. छात्रों ने बॉलीवुड के क्लासिक गानों से लेकर अविस्मरणीय संवादों तक, प्रतिष्ठित फिल्मी क्षणों को फिर से बनाया. दिव्या भट्ट और डीजे साहिल गुलाटी जैसे प्रसिद्ध कलाकारों के उच्च-ऊर्जा प्रदर्शनों ने शाम को और भी जीवंत कर दिया, जिसने दर्शकों को देर रात तक नाचने पर मजबूर कर दिया. ग्रैंड फिनाले में स्टार गायक अंकित तिवारी ने बहुप्रतीक्षित प्रदर्शन किया, जिसने दर्शकों को अचंभित कर दिया.
यूथोपिया 2024 ने अतीत और वर्तमान के बीच सफलतापूर्वक सेतु का काम किया, जिससे एक अविस्मरणीय अनुभव का सृजन हुआ. इसमें रचनात्मकता और रेट्रो संस्कृति दोनों का जश्न मनाया गया तथा प्रतिभा और एकता को बढ़ावा देने के लिए डीआईटी विश्वविद्यालय की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित किया गया.
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/ कमलेश्वर शरण