स्मॉलकैप शेयरों में हाहाकार; बाजार में करेक्शन से इस हफ्ते 103 Smallcap Stocks गिरे, 25% तक टूटा भाव
नई दिल्ली: डॉमेस्टिक मार्केट में लगातार करेक्शन हो रहा है जिस वजह से दोनों प्रमुख बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी अपने हाई लेवल से 10% तक नीचे आ चुके हैं. मार्केट में गिरावट की प्रमुख वजह फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स की बिकवाली और सितंबर क्वार्टर में कंपनियों के कमजोर प्रदर्शन को बताया जा रहा है. इस हफ्ते के दौरान भी भारतीय शेयर बाजार में गिरावट देखी गई है इस गिरावट की चपेट में 103 स्मॉल कैप स्टॉक्स भी आए हैं जो इस हफ्ते के दौरान डबल डिजिट में नीचे गिरे हैं. इन 103 स्टॉक में से 3 स्टॉक ऐसे थे जो लगभग 25 फ़ीसदी तक गिरे हैं. सबसे अधिक गिरावट इस स्मॉल कैप मेंइस हफ्ते सबसे बड़ी गिरावट झेलने वाला स्मॉल कैप स्टॉक्स में कोप्रान लिमिटेड था जिसमें करीब 26% की गिरावट देखी गई है इसके अलावा ग्लोबस स्प्रिटीस में 23%, एंटनी वेस्ट में 21.7% और बीएएसएफ इंडिया में 21.1% तक की गिरावट देखी गई है.इसके अतिरिक्त इस सप्ताह के दौरान सीई इन्फो सिस्टम्स, टैनफैक इंडस्ट्रीज, आरके स्वामी, ग्रीव्स कॉटन, हिताची एनर्जी, मोटिसंस ज्वैलर्स, आईआईएफएल कैपिटल सर्विसेज, वैलिएंट ऑर्गेनिक्स, राजू इंजीनियर्स, सूरज एस्टेट डेवलपर्स सहित 98 स्मॉल कैप शेयरों में 10% से 20% की गिरावट देखने को मिली है. इन स्मॉल कैप शेयर्स में तेजीइस हफ्ते के दौरान कुछ स्मॉल कैप शेयर्स जैसे कि पिक्स ट्रांसमिशन और जेएसडब्ल्यू होल्डिंग्स में डबल डिजिट में तेजी देखी गई है. मिडकैप सेगमेंट में भी गिरावटस्मॉल कैप सेगमेंट की तरह ही मिडकैप सेगमेंट में भी इस हफ्ते के दौरान गिरावट का सिलसिला देखा गया है जिसमें प्रमुख तौर पर बायर क्रॉपसाइंस, ट्यूब इन्वेस्टमेंट्स, रिलैक्सो फुटवियर जैसे स्टॉक शामिल हैं जिनमें 10 फ़ीसदी की गिरावट देखी गई है. लार्ज कैप शेयर में हल्की बढ़तमिडकैप और स्मॉल कैप की तुलना में इस हफ्ते के दौरान लार्ज कैप कंपनियों में हल्की बढ़त देखी गई है जैसे कि आईटी सेक्टर की इंफोसिस, एचसीएल टेक, महिंद्रा जैसे शेयर्स ने अच्छा प्रदर्शन करते हुए 1% की बढ़त दिखाई है आगे कैसा रहेगा बाजार?एनालिस्ट का कहना है कि डोमेस्टिक सीपीआई इन्फ्लेशन अपने 14 महीने के उच्चतम स्तर 6.2 के लेवल पर पहुंच गई है डॉलर इंडेक्स की मजबूती और अमेरिकी 10 वर्ष के यील्ड में जारी बढ़त शॉर्ट टर्म पीरियड में बाजार की अस्थिरता को बरकरार रख सकती है एक्सपर्ट ने क्या कहाजियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के हेड ऑफिस सर्च विनोद नायर कहते हैं कि इन्वेस्टर्स इस समय अपने अधिक जोखिम वाले एसेट में लिए हुए पोजीशन को खत्म करने की जल्दबाजी में दिखाई दे रहे हैं इन्वेस्टर्स का मानना है कि प्रीमियम वैल्यूएशन वाले एसेट बिना अर्निंग ग्रोथ के आगे नहीं चल पाएंगे.(डिस्क्लेमर– ये एक्सपर्ट और ब्रोकरेज के निजी सुझाव और विचार हैं. ये इकोनॉमिक टाइम्स के विचारों को नहीं दर्शाते हैं. किसी भी फंड और शेयर में निवेश करने से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर की राय जरूर लें.)