मुंबई। महाराष्ट्र की नॉर्थ नागपुर सीट से विधानसभा चुनाव लड़ रहे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता नितिन राउत के एक बयान से राज्य में राजनीति और गर्मा सकती है। मीडिया की खबरों के मुताबिक नितिन राउत ने महाराष्ट्र के सीएम रहे और अब दिवंगत विलासराव देशमुख पर बड़ा आरोप लगाया है। नितिन राउत का आरोप है कि उन्होंने विलासराव देशमुख के सामने जय भीम का नारा लगाया था। इसी वजह से विलासराव देशमुख ने उनको कांग्रेस सरकार में मंत्री नहीं बनाया था। नितिन राउत के मुताबिक विलासराव देशमुख ने शपथ ग्रहण से पहले बुलाकर कहा कि तैयारी करो आपको मंत्री बनाना है, लेकिन शपथ ग्रहण के दिन बताया गया कि नाम हटा दिया है।
महाराष्ट्र की कांग्रेस सरकार में विलासराव देशमुख सीएम रहे थे। उन्हीं पर अब नितिन राउत ने आरोप लगाया है।नितिन राउत का कहना है कि इसके बाद वो क्षुब्ध हुए और कई महीने मंत्रालय नहीं गए। जब एक बार मंत्रालय गए, तो विलासराव देशमुख कैबिनेट मीटिंग कर रहे थे। नितिन राउत के अनुसार कैबिनेट मीटिंग के बाद तब राज्य मंत्री रहे एकनाथ राव गायकवाड़ से मुलाकात हुई। नितिन राउत को एकनाथ राव गायकवाड़ किनारे ले गए और कहा कि आपने विलासराव देशमुख को जोर से जय भीम कहा था। ये जय भीम बोलना छोड़ दो। उसी वजह से आपको मंत्री का पद नहीं मिला। नितिन राउत का कहना है कि अगर जय भीम बोलने से मेरा मंत्री पद जाता है, तो मेरे लिए इससे बड़ा अभिमान क्या हो सकता है।
नितिन राउत के इस बयान पर महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से पहले सियासत गर्मा सकती है। इसकी वजह ये है कि पीएम नरेंद्र मोदी समेत बीजेपी के सभी नेता ये आरोप लगाते हैं कि कांग्रेस हमेशा दलितों और पिछड़ों के खिलाफ रही है। जय भीम का नारा संविधान के निर्माता बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के सम्मान के लिए उनको मानने वाले लगाते हैं। दलित वर्ग के लिए जय भीम का नारा बहुत मायने रखता है। माना जा रहा है कि नितिन राउत के बयान के बाद जय भीम के मुद्दे को उठाकर बीजेपी एक बार फिर कांग्रेस को घेर सकती है।
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