क्या बाजार में गिरावट के बीच अब निवेश का सही समय है? एक्सपर्ट संदीप सभरवाल, नूरेश मेरानी से जानें इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटजी
et November 17, 2024 07:42 PM
नई दिल्ली: सितंबर में ऐतिहासिक ऊंचाइयों को छूने के बाद बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी में भारी गिरावट आई है. सेंसेक्स ने 8,398 अंक (9.76%) और निफ्टी ने 2,745 अंक (10.44%) की गिरावट दर्ज की है. यह गिरावट मुख्य रूप से विदेशी निवेशकों की बिकवाली, डॉलर की बढ़त और कंपनियों के कमजोर तिमाही परिणामों के कारण हुई है.हालांकि बाजार में यह गिरावट कुछ निवेशकों के लिए एक अवसर भी हो सकती है, बशर्ते वे सही रणनीति अपनाएं. ET Now के एक एक्सक्लूसिव शो में, बाजार विशेषज्ञ संदीप सभरवाल और नूरेश मेरानी ने इस समय की बाजार स्थिति और निवेशकों के लिए जरूरी सलाह दी. निवेशकों के लिए क्या है आगे? संदीप सभरवाल ने बाजार के गिरने के मुख्य कारणों को स्पष्ट किया, जिसमें विदेशी निवेशकों की बिकवाली, डॉलर की मजबूती, और कंपनियों के निराशाजनक तिमाही परिणाम शामिल हैं. उन्होंने कहा कि बाजार इस समय oversold स्थिति में है, यानी काफी अधिक बेचा जा चुका है, जो एक संकेत हो सकता है कि गिरावट का अंत करीब हो सकता है. हालांकि, उन्होंने निवेशकों से सावधानी बरतने और इस समय को उचित रणनीति के साथ निवेश करने का सुझाव दिया. बड़े और चुनिंदा मिड कैप्स निवेशसंदीप सभरवाल ने सलाह दी कि निवेशकों को इस समय बड़े कैप कंपनियों में निवेश पर ध्यान देना चाहिए. वे मानते हैं कि अब कुछ चुनिंदा मिड कैप कंपनियां भी हैं, जो मजबूत परिणाम दे रही हैं और इनमें निवेश किया जा सकता है. उन्होंने कहा, "यह वह समय है जब एक्स आपको बाजार में गिरावट के बावजूद, चयनात्मक रूप से खरीदारी करनी चाहिए." बाजार में सुधार के संकेत नूरेश मेरानी ने भी इस बात पर जोर दिया कि बाजार ने पहले ही भारी सुधार देख लिया है, और कई प्रमुख शेयर चुनावी समय के स्तरों तक पहुंच चुके हैं, जो निवेशकों के लिए एक अच्छे मौके का संकेत दे सकते हैं. उनका कहना था, "अब यह वक्त बिकवाली का नहीं, बल्कि खरीदारी का है."संदीप सभरवाल ने भविष्य में बाजार की स्थिति के सुधार की उम्मीद जताई, और इसके लिए सरकार की बढ़ी हुई निवेश योजनाओं, मजबूत त्योहारी सीजन की मांग, और अच्छे मानसून को मुख्य कारक बताया. इसके अलावा, उन्होंने भारत में होने वाली शादी सीजन को भी महत्वपूर्ण माना, जिसमें अनुमानित 48 लाख शादियों से बाजार में बड़ी खपत हो सकती है, जो बाजार को मजबूती दे सकती है. प्रमुख निवेश विकल्पसंदीप सभरवाल ने अपनी निवेश रणनीति का खुलासा करते हुए कहा कि वे रिलायंस, महिंद्रा एंड महिंद्रा, और एल एंड टी जैसी बड़ी कंपनियों में निवेश कर रहे हैं. इसके अलावा, यदि बाजार में और गिरावट आती है, तो उन्होंने प्रमुख बैंकों और उपभोक्ता कंपनियों जैसे HUL और Dabur में संभावनाएं देखी हैं. उनका कहना था, "बड़े उपभोक्ता शेयरों से 15-20% का लाभ भी एक अच्छा रिटर्न हो सकता है." अस्वीकरण : इस लेख में निवेश विशेषज्ञों और ब्रोकिंग कंपनियों की तरफ से जानकारी दी गई है, वे इकनॉमिक टाइम्स हिंदी का प्रतिनिधित्व नहीं करते. निवेश से जुड़ा कोई भी फैसला लेने से पहले आप सर्टीफाइड एक्सपर्ट से अवश्य सलाह लें.
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