पटना. बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो ट्रेन चलने का सपना शीघ्र पूरा होने वाला है. 15 अगस्त 2025 से पटना में मेट्रो ट्रेन की आरंभ हो जाएगी. पहली ट्रेन मलाही पकड़ी से बैरिया तक चलेगी. सिग्नल का काम पूरा नहीं होने के कारण वॉकी टॉकी का सहारा लिया जाएगा. इस कारण उसकी रफ्तार औसत गति 80 किलोमीटर प्रति घंटे से कम होगी. बिहार गवर्नमेंट और डीएमआरसी ने 15 अगस्त 2025 से मेट्रो परिचालन को लेकर गंभीरता दिखानी प्रारम्भ कर दी है और इसके लिए जोर-जोर से काम किया जा रहा है.
बता दें कि 6 किलोमीटर से लंबे मार्ग पर मेट्रो का परिचालन होना है और इसके लिए पटरी बिछाने और पांच स्टेशनों पर लिफ्ट और एस्केलेटर लगाने की जिम्मेदारी दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन को दी गई है. किसी कंपनी से कोऑर्डिनेशन कर तुरन्त निर्मित पटरी की खरीद की जाएगी. जिन कंपनियों के पास पर्याप्त संख्या में लिफ्ट और इसके लीटर होगी उन्हें कंपनी को पांचो स्टेशनों की जिम्मेदारी सौंप जाएगी.
मिली जानकारी के अनुसार, 15 अगस्त 2025 को मेट्रो का परिचालन प्रारम्भ करने को लेकर डीएमआरसी को नीतीश कैबिनेट ने 115 करोड रुपए की स्वीकृति दे दी है. इससे प्राथमिक कॉरिडोर के लिए तीन डब्बे वाली एक ट्रेन मेट्रो लाइन के लिए पटरी लिफ्ट और इसके लीटर की खरीद होनी है. जानकारी के अनुसार, टीटागढ़ रेल सिस्टम लिमिटेड की ओर से निर्मित ट्रेन का पटना के प्राथमिक और रोड में इस्तेमाल किया जाएगा. इसका निर्माण पुणे में किया जा रहा है.
डीपो का निर्माण लगभग 30.5 हेक्टेयर जमीन पर किया जा रहा है. इसकी 19.2 हेक्टेयर जमीन पर वर्कशॉप और 11.3 हेक्टेयर पर व्यवसाय केंद्र का निर्माण किया जाएगा. इसका निर्माण जून 2025 में पूरा कर लिया जाना है. प्राथमिक उद्योग में चलने वाली ट्रेन डिपो से ही रोजाना आवागमन के लिए प्रस्थान करेगी.
डीपो में प्रशासनिक भवन ऑग्जिलियरी सब स्टेशन, बिल्डिंग, ऑटो कोच वाशिंग प्लांट, वर्कशॉप शेड, इंस्पेक्शन शेड, इंटरनल क्लीनिंग शेड, स्क्रैप यार्ड, कंट्रोल रूम, टाइम और सिक्योरिटी ऑफिस समेत दूसरे निर्माण कार्य पर तेजी से काम चल रहा है. इसके साथ ही डिपो के अंदर पटरी बिछाने का काम प्रारम्भ कर दिया गया है.