#ChaySo: सोभिता धूलिपाला और नागा चैतन्य, यह वो जोड़ी है जो काफी समय तक अपनी रिश्ते को छुपाए रखी थी, लेकिन अब जब दिसंबर 2024 में उनकी शादी होने जा रही है, तो वे चर्चा का केंद्र बन गए हैं। यह कपल अब तक अपनी प्रेम कहानी को निजी तौर पर रखे हुए था, लेकिन हाल ही में उनकी सार्वजनिक सगाई और शादी की तैयारियों ने उनके फैंस और फैशन प्रेमियों का ध्यान आकर्षित किया है।
प्री-वेडिंग उत्सव की शुरुआत
शादी की तारीख के करीब आते ही सोभिता और नागा चैतन्य की प्री-वेडिंग सेलिब्रेशन शुरू हो चुकी है। इस दौरान पारंपरिक 'गोधूम राई पासुपु डांचतम' जैसे उत्सव आयोजित किए गए हैं, जो शादी की ओर एक सुंदर सांस्कृतिक यात्रा की शुरुआत को चिह्नित करता है। यह पारंपरिक उत्सव कपल की शादी के लिए सामूहिक खुशी और समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को सजीव करता है।
शादी का निमंत्रण: एक सांस्कृतिक समागम
जो खास बात शादी के निमंत्रण कार्ड में देखने को मिली, वह इसका पारंपरिक रूप था। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए इस कार्ड में पारंपरिक डिजाइनों के साथ साथ आधुनिक तत्वों का मिश्रण था। निमंत्रण पर बने मंदिर की घंटियां, पीतल के दीपक, केले के पत्ते और सफेद गाय जैसे भारतीय रिवाजों और शुभता के प्रतीकों ने इसे एक खास और सांस्कृतिक रूप दिया।
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इक्कत और फैशन का मिलाजुला रूप
शादी के निमंत्रण के साथ एक उपहार का बक्सा भी भेजा गया था, जिसमें एक खूबसूरत इक्कत-प्रिंटेड वस्त्र, मोगरा की माला और अन्य उपहार थे। इक्कत, जो अपने विशिष्ट टाई-डाई पैटर्न के लिए प्रसिद्ध है, इस जोड़ी की शादी के उपहार में एक महत्वपूर्ण स्थान रखता है। यह पारंपरिक कला रूप और रंग-बिरंगे डिज़ाइन्स न केवल भारतीय शिल्प को सम्मानित करते हैं, बल्कि इसे आधुनिक मोड़ भी देते हैं, जिससे शादी में एक ताजगी और फैशन का अहसास होता है।
सोभिता का व्यक्तिगत और सांस्कृतिक जुड़ाव
सोभिता धूलिपाला, जो अपनी बेमिसाल शैली और शालीनता के लिए जानी जाती हैं, ने अपनी शादी की वार्डरोब पर एक सशक्त व्यक्तिगत निर्णय लिया है। वह अपने शादी के कपड़े चुनने के लिए आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और तमिलनाडु जैसे क्षेत्रों में स्थानीय और पारंपरिक स्टोर्स का सहारा ले रही हैं। इन क्षेत्रों की समृद्ध वस्त्र विरासत को सम्मानित करते हुए, सोभिता की शादी की पोशाक में भारतीय शिल्प और आधुनिकता का संगम देखने को मिलेगा।
चैतन्य सोभिता की शादी का स्थल: एक पारिवारिक परंपरा
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नागा चैतन्य और सोभिता ने अपनी शादी के लिए हैदराबाद के प्रसिद्ध 'अन्नपूर्णा स्टूडियो' को चुना है, जो उनके परिवार के लिए बहुत महत्वपूर्ण स्थल है। यह स्टूडियो नागा चैतन्य के दादा, अभिनेता अक्किनेनी नागेश्वर राव द्वारा 1976 में स्थापित किया गया था और भारतीय सिनेमा के लिए एक अहम स्थल माना जाता है। इस स्थल पर शादी करना उनके पारिवारिक और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति उनकी श्रद्धा को दर्शाता है।