वर्ष 2024 भारत के लिए उपलब्धियों से भरा रहा, जिसने देश को गौरवान्वित किया। देश ने क्रिकेट, टेनिस, हॉकी, शतरंज और पेरिस ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन किया। नये साल की शुरुआत से पहले आइए उन उल्लेखनीय उपलब्धियों पर नजर डालें, जिन्होंने हर भारतीय को जश्न मनाने का कारण दिया।
सबसे पहले बात करते हैं क्रिकेट की, जिसे लेकर देश में गजब का क्रेज है। 30 जून 2024 का दिन हमें हमेशा याद रहेगा, जब रोहित शर्मा की कप्तानी में भारत ने विश्व कप जीता था। उन्होंने बारबाडोस में दक्षिण अफ्रीका को हराया। इस जीत से आईसीसी ट्रॉफी के लिए 11 साल का इंतजार खत्म हो गया, क्योंकि टीम 2023 में घरेलू मैदान पर खेले जाने वाले एकदिवसीय विश्व कप में भाग नहीं ले पाई थी।
हॉकी टीम ने रचा इतिहास, भारतीय हॉकी टीम ने चीन को 1-0 से हराकर जीती एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी 2024। भारत ने इस टूर्नामेंट में पांचवीं बार खिताब जीता है। इस जीत से खेल जगत में भारत के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गई है।
भारत ने ओलंपिक में छह पदक जीते। भारत ने पेरिस ओलंपिक 2024 में एक रजत और पांच कांस्य पदक जीते। मनु भाकर ने महिलाओं की 10 मीटर एयर पिस्टल निशानेबाजी में कांस्य पदक जीतकर भारत को पहला पदक दिलाया। बाद में, उन्होंने सरबजोत सिंह के साथ मिश्रित टीम स्पर्धा में रजत पदक जीता।
टेनिस में भारत को बड़ी उपलब्धि: रोहन बोपन्ना ने अपने जोड़ीदार एबडेन के साथ मिलकर ऑस्ट्रेलियन ओपन 2024 में पुरुष युगल का खिताब जीतकर इतिहास रच दिया। उन्होंने फाइनल में इटली के सिमोन बोलेली और वावसोरी को हराया। 43 वर्ष की आयु में बोपन्ना ग्रैंड स्लैम जीतने वाले सबसे उम्रदराज पुरुष खिलाड़ी बन गए।
गुकेश डि 2024 में सिंगापुर में होने वाली विश्व शतरंज चैंपियनशिप में चीन के डिंग लिरेन को हराकर सबसे कम उम्र के शतरंज चैंपियन बन गए। महज 18 वर्ष की उम्र में वह यह प्रतिष्ठित खिताब जीतने वाले सबसे कम उम्र के चैंपियन और विश्वनाथन आनंद के बाद दूसरे भारतीय बन गए।
यह वर्ष भारतीय खेलों के लिए यादगार रहा है, जिसमें भारत की बढ़ती ताकत, वैश्विक मंच पर विभिन्न खेलों में प्रतिभा का प्रदर्शन परिलक्षित हुआ। ये उपलब्धियां न केवल व्यक्तिगत प्रतिभा को उजागर करती हैं, बल्कि अंतर्राष्ट्रीय खेल क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत को भी दर्शाती हैं।