काठमांडू, 21 दिसंबर (हि.स.)। नेपाल में मंकीपॉक्स का नया मामला सामने आया है। गुरुवार को सऊदी अरब से लौटे तनहु जिले के एक 36 वर्षीय व्यक्ति की शनिवार को आई जांच रिपोर्ट में यह घातक बीमारी होने की पुष्टि हुई है। इसके साथ स्वास्थ्य मंत्रालय ने देशभर में अलर्ट जारी कर दिया है।
नेपाल स्वास्थ्य विभाग के प्रवक्ता डॉ यदुचंद्र घिमिरे ने कहा कि गुरुवार को एकत्रित किए गए नमूनों में से एक व्यक्ति में मंकीपॉक्स का सकारात्मक रिपोर्ट मिला है। स्वास्थ्य विभाग ने पिछले साल जून में भी देश का पहला मंकीपॉक्स रोगी के बारे में पता लगा था। करीब एक वर्ष बाद यह दूसरा मामला मिला है। उस समय एक 60 वर्षीय विदेशी नागरिक के परीक्षण में मंकी पॉक्स होने की पुष्टि हुई थी।
मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जो बंदर के वायरस के संक्रमण के कारण होती है और 10 संक्रमित व्यक्तियों में से एक मर सकता है। मध्य और पश्चिम अफ्रीका के दूरदराज के हिस्सों में सबसे आम, अब कम से कम 122 देशों में फैला यह बीमारी नेपाल में भी दिखी है। इसके लक्षणों में बुखार, सिरदर्द, सूजन, शरीर में दर्द, थकावट और चेहरे, हाथों और पैरों पर खुजली वाले चकत्ते शामिल हैं।
यह बीमारी मुख्य रूप से व्यक्ति-से-व्यक्ति संपर्क के माध्यम से फैलती है इसलिए स्वास्थ्य विभाग ने इससे बचने के लिए इससे ग्रसित व्यक्ति को आइसोलेशन में रखने का निर्देश दिया गया है। अब स्वास्थ्य विभाग उन सभी व्यक्तियों की पहचान कर रहा है जो पिछले तीन दिनों में इस संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आया है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि भले ही यह दुर्लभ वायरल संक्रमण आमतौर पर हल्का होता है और अधिकांश लोग हफ्तों के भीतर ठीक हो जाते हैं, लेकिन फिर भी जोखिम को कम करके नहीं आंका जाना चाहिए। उनका कहना है कि सावधानियां अपनानी चाहिए क्योंकि यह व्यक्ति व्यक्ति के बीच के संपर्क से तेजी से फैलता है।
मंकीपॉक्स दशकों से अफ्रीका के कुछ हिस्सों में सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या रही है। मई 2022 के बाद यह बीमारी उस वक्त व्यापक ध्यान में आई, जब अफ्रीका के बाहर के देशों ने नए मामलों की रिपोर्ट की। तब से यह बीमारी वैश्विक स्तर पर फैल गया है। 122 देशों के एक लाख से अधिक लोग पहले ही इस बीमारी के लिए पॉजिटिव पाए जा चुके हैं। भारत में 2022 के बाद से कम से कम 30 संक्रमण दर्ज किए गए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने टेनिस फैलने वाले इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के मिलने के बाद देशभर में हेल्थ अलर्ट जारी कर दिया है। अरब देशों और अफ्रीकी देशों से विमान से आने वाले यात्रियों की सघन जांच करने के भी आदेश दिए गए हैं। भारतीय सीमा से सटे इलाके में भी तीसरे देश से आने वाले व्यक्तियों की जांच को अनिवार्य बनाया गया है।
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हिन्दुस्थान समाचार / पंकज दास