Bhopal corruption: 100 करोड़ का लेनदेन 52 जिलों के RTO नंबर, कितने राज खोलेगी सौरभ शर्मा की डायरी?
Webdunia Hindi December 23, 2024 08:42 PM


भोपाल के मिंडोरा इलाके में एक लावारिस कार में बड़ी मात्रा में नकद और कीमती सामान मिलने के मामले में लगातार कार्रवाई जारी है। इनकम टैक्स और पुलिस की टीम ने जब कार की जांच की तो उसमें करीब 52 किलो सोना, ढाई सौ किलो चांदी और 11 करोड़ रुपए से ज्यादा की नकदी बरामद हुई थी। बताया जा रहा है कि ये गाड़ी ग्वालियर में रजिस्टर्ड थी और इसे चेतन सिंह गौड़ के नाम पर रजिस्टर किया गया था। पुलिस का कहना है कि ये गाड़ी किसी बड़े काले धन के रैकेट से जुड़ी हो सकती है।

100 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन: इस इनोवा कार में 52 किलो सोना और 11 करोड़ रुपए कैश मिला था। अब मामले की जांच में आयकर विभाग के अधिकारियों को एक डायरी और कुछ ऐसे दस्तावेज मिले हैं। जिसमें खुलासा हुआ है कि RTO के पूर्व आरक्षक सौरभ शर्मा ने सालभर में 100 करोड़ रुपए से ज्यादा का लेन-देन किया है, यह लेन-देन उसने परिवहन विभाग के अफसरों के साथ किया है। हैरान करने वाली बात है कि आयकर विभाग की टीम को जांच में जो रिकॉर्ड मिले हैं, उसमें प्रदेश के 52 जिलों के आरटीओ के नाम और नंबर भी मिले हैं। इसके साथ यह भी लिखा है कि किस आरटीओ से कितना पैसा मिला है। साथ ही पैसे किसे दिए गए, इसके जुड़े भी कुछ दस्तावेज मिले हैं। हालांकि इसको जांच के दायरे में बताकर सामने नहीं लाया गया है।

52 जिलों के आरटीओ नंबर मिले : आयकर विभाग की टीम को जांच में जो रिकॉर्ड मिले हैं, उसमें प्रदेश के 52 जिलों के आरटीओ के नाम और नंबर भी मिले हैं। इसके साथ यह भी लिखा है कि किस आरटीओ से कितना पैसा मिला है। साथ ही पैसे किसे दिए गए, इसके जुड़े भी कुछ दस्तावेज मिले हैं। हालांकि इसको जांच के दायरे में बताकर सामने नहीं लाया गया है।

नौकरी छोड दलाली में लगा : बता दें कि बीते दिनों जंगल में मिले भारी मात्रा में गोल्ड और करोड़ों के कैश के मामले में लोकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है। बताया जा रहा है कि परिवहन विभाग से नौकरी छोड़ने के बाद सौरभ शर्मा ने अपने मित्र के साथ मिलकर परिवहन विभाग की दलाली और परिवहन चौकियां से अवैध वसूली का काम लगातार जारी रखा। आरोप है कि उसने सालभर में लगभग 100 करोड़ रु की काली कमाई को यहां से वहां किया है। इसके साथ ही जिस गाड़ी से करोड़ों रुपए नगदी और सोना पकड़ा गया, वह सौरभ शर्मा ने ही अपने दोस्त के नाम से खरीदी थी। वहीं, जांच के दौरान सौरभ शर्मा के आवास और कार्यालय से करीब 8 करोड़ की संपत्ति और मिली है।

आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज : न्यायालय से सर्च वारंट मिलने के बाद 19 दिसंबर और 20 दिसंबर को कार्रवाई की गई, जिसमें लोकायुक्त की 2 टीम ने सौरभ शर्मा के अरेरा कॉलोनी स्थित मकान और कार्यालय में जांच की गई। जिसमें सौरभ शर्मा के पास आय से अधिक संपत्ति होना पाया गया. इसे लेकर लोकायुक्त महानिदेशक जयदीप प्रसाद के निर्देश पर सौरभ शर्मा के विरुद्ध प्राप्त गोपनीय सत्यापन के बाद अपराध भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया।

कौन है सौरभ शर्मा : सौरभ शर्मा ग्वालियर का रहने वाला है। उसे परिवहन विभाग में कांस्टेबल की नौकरी उसके पिता के निधन के बाद अनुकंपा में मिली थी। 12 साल की सेवा के बाद उसने VRS लिया और रियल एस्टेट और बाकी कामों से जुड़ गया। सौरभ के ठिकानों पर लोकायुक्त की रेड में एक अंडरग्राउंड लॉकर का पता चला जिसमें चांदी और जरूरी दस्तावेज मिले। जिस गाड़ी से करोड़ों की संपत्ति बरामद हुई वह चेतन सिंह गौड़ के नाम पर रजिस्टर्ड है जो सौरभ शर्मा का करीबी सहयोगी बताया जा रहा है। गाड़ी का नंबर MP07BA0050 ग्वालियर जिले में रजिस्टर्ड था और माना जा रहा है कि यह संपत्ति दोनों के बीच सांठ-गांठ से जुड़ी हुई है।
Edited By : Navin Rangiyal
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