वाशिंगटन, 23 दिसंबर (हि.स.)। अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी पहली बड़ी रैली में पनामा नहर पर नियंत्रण वापस लेने की धमकी दी है। इससे अंतरराष्ट्रीय स्तर पर एक विवाद खड़ा हो गया।
ट्रंप ने कहा है कि उनका प्रशासन पनामा नहर को दोबारा हासिल करने की कोशिश करेगा। इतना ही नहीं, ट्रंप ने अमरिका के इस फैसले पर ये भी कहा कि पनामा नहर को ‘मूर्खतापूर्ण’ तरीके से सौंपा गया है। इस टिप्पणी के बाद पनामा के राष्ट्रपति जोस राउल मुलिनो ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए इसे उनके देश की संप्रभुता का अपमान करार दिया है।
बतादें कि पनामा नहर अटलांटिक और प्रशांत महासागरों को जोड़ती है। वर्ष 1900 के दशक की शुरुआत में ही अमेरिका ने इसका निर्माण कॉमर्शियल और सैन्य जहाजों के आवागमन को आसान बनाने के लिए किया गया था। साल 1977 में राष्ट्रपति जिमी कार्टर द्वारा हस्ताक्षरित एक संधि के तहत 1999 में अमेरिका ने इस नहर का नियंत्रण पनामा को सौंप दिया था। यह नहर पनामा की अर्थव्यवस्था का अहम हिस्सा है, लेकिन हाल ही में पड़े सूखे और किराया बढ़ने के कारण यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहा था।
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हिन्दुस्थान समाचार / आकाश कुमार राय