Weather Updates: देशभर में मौसम (weather) का मिजाज बदल चुका है और इसके तेवर तीखे से तीखे होते चले जा रहे है। कहीं-कहीं बारिश होने से ठंड के तेवर और तीखे हो गए हैं। उत्तर भारत के ज्यादातर राज्य शीतलहर (cold wave) की चपेट में हैं। पहाड़ों में बर्फबारी हो रही है और इस हफ्ते की शुरुआत से ही बारिश की वजह से ठंड बढ़ गई है। आईएमडी (IMD) के अनुसार दिल्ली, हरियाणा, यूपी और राजस्थान के कुछ इलाकों में भी बारिश का अलर्ट है। मौसम विभाग ने आज भी बारिश की संभावना जताई है। कश्मीर में ठंड से पानी की पाइप लाइन जम गई है।
दिल्ली में बारिश से बढ़ेगी ठंड : राजधानी दिल्ली में बुधवार को ठंड से हल्की राहत मिली थी। दिन में धूप देखने को मिली। लेकिन मौसम विभाग ने आज फिर से दिल्ली में आंशिक रूप से बादल छाए रहने और शाम में हल्की बारिश होने का अनुमान जताया है।ALSO READ:
कश्मीर में पानी की पाइप लाइन जमी : कश्मीर में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान में गिरावट आई है और घाटी में भीषण ठंड जारी है जिससे कई जलाशय और कई क्षेत्रों में जलापूर्ति लाइन जम गई हैं। मौसम कार्यालय ने अगले 2 दिनों में कश्मीर में न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट का पूर्वानुमान व्यक्त किया है।
हिमाचल में 200 से ज्यादा सड़कें बंद : हिमाचल प्रदेश के पहाड़ी इलाकों में भी बर्फबारी ने मुश्किलें बढ़ा दी हैं। अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में बर्फबारी के कारण 3 राष्ट्रीय राजमार्गों सहित 226 सड़कें बंद हो गई हैं।
राजस्थान में शीतलहर और घना कोहरा : राजस्थान के कई इलाके बुधवार को भी घने कोहरे से ढंके रहे और राज्य में ठंड की स्थिति बनी रही। पिछले 24 घंटों में पूर्वी राजस्थान में एक जगह हल्की बारिश हुई जबकि कई जगहों पर कोहरा और घना कोहरा छाया रहा। पश्चिमी विक्षोभ का सर्वाधिक असर 27 दिसंबर को होने और इसकी वजह से कुछ भागों में बादल गरजने, बारिश और कहीं-कहीं ओलावृष्टि होने का अनुमान है।ALSO READ:
पंजाब हरियाणा में पारा गिरा : आईएमडी अनुसार पंजाब और हरियाणा में बुधवार को ठंड की स्थिति बनी रही और फरीदकोट में न्यूनतम तापमान सबसे कम 4.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
दक्षिण-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के ऊपर स्थित गहरा दबाव क्षेत्र दक्षिण आंध्रप्रदेश और उत्तर तमिलनाडु के तट के पास है। इससे संबंधित चक्रवाती परिसंचरण समुद्र तल से 3.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण-पश्चिम दिशा में झुका हुआ है।
अगले 24 घंटों के दौरान यह पश्चिम-दक्षिण-पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए कमजोर होकर निम्न दबाव क्षेत्र में बदल जाएगा। पंजाब और आसपास के क्षेत्रों में पश्चिमी विक्षोभ चक्रवाती परिसंचरण के रूप में सक्रिय है।
उत्तर-पश्चिम मध्यप्रदेश पर प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण देखा गया है। पूर्वी बांग्लादेश पर एक अन्य चक्रवाती परिसंचरण स्थित है। लक्षद्वीप और आसपास के क्षेत्रों में एक और चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है। 26 दिसंबर की रात से उत्तर-पश्चिम भारत में एक सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ के पहुंचने की संभावना है।
पिछले 24 घंटों की मौसमी हलचल : पिछले 24 घंटों के दौरान ओडिशा में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश दर्ज की गई। आंध्रप्रदेश, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, रायलसीमा, उत्तर तमिलनाडु, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और उत्तरप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश हुई। लक्षद्वीप, मध्यप्रदेश और उत्तरप्रदेश में हल्की बारिश हुई।ALSO READ:
हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में हल्की से मध्यम बारिश और बर्फबारी दर्ज की गई। हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में शीतलहर से लेकर गंभीर शीतलहर की स्थिति देखी गई। हिमाचल प्रदेश, पश्चिम राजस्थान और पश्चिम उत्तरप्रदेश में घने से अति घना कोहरा देखा गया।
आज के मौसम की संभावित गतिविधि : स्काईमेट वेदर (skymetweather) के अनुसार तटीय आंध्रप्रदेश में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण छत्तीसगढ़, दक्षिण ओडिशा, तेलंगाना के कुछ हिस्सों, आंध्रप्रदेश और उत्तर तमिलनाडु में हल्की से मध्यम बारिश संभव है।
आंतरिक कर्नाटक और उत्तर मध्यप्रदेश के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश हो सकती है। 24 घंटों के बाद महाराष्ट्र में बारिश की गतिविधियों में वृद्धि होगी और राजस्थान में भी हल्की बारिश देखने को मिलेगी। 27 दिसंबर से राजस्थान, मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र में बारिश और गरज के साथ बौछारों में वृद्धि होगी, जो उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के हिस्सों तक फैल जाएगी।(Photo courtesy: IMD)
Edited by: Ravindra Gupta