मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि मैं यह पत्र भारत के पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के दुखद निधन के संदर्भ में लिख रहा हूं। टेलीफोन पर बातचीत में मैंने डॉ. मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार, जो शनिवार यानी 28 दिसंबर 2024 को होगा, उनके अंतिम विश्राम स्थल पर करने का अनुरोध किया। यह भारत के महान सपूत के स्मारक के लिए एक पवित्र स्थल होगा। ALSO READ:
परंपरा का दिया हवाला : उन्होंने कहा कि यह आग्रह राजनेताओं और पूर्व प्रधानमंत्रियों के अंतिम संस्कार के स्थान पर ही उनके स्मारक रखने की परंपरा को ध्यान में रखते हुए है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि डॉ. मनमोहन सिंह देश और इस देश के लोगों के मानस में एक अत्यंत सम्मानित स्थान रखते हैं। हालांकि उनका योगदान और उपलब्धियां अभूतपूर्व हैं। मैं यहां उनकी कुछ अत्यंत महत्वपूर्ण उपलब्धियों पर ध्यान देना चाहूंगा। ALSO READ:
उन्होंने कहा कि विश्व नेताओं के मन में डॉ. मनमोहन सिंह के प्रति आदर और सम्मान था...वैश्विक आर्थिक वित्तीय संकट को कम करने में उनकी विद्वतापूर्ण सलाह, नेतृत्व और योगदान को अच्छी तरह से स्वीकार किया जाता है। जैसा कि मुझे याद है, अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में अपने कार्यकाल के दौरान राष्ट्रपति ओबामा ने डॉ. सिंह का उल्लेख किया था और टिप्पणी की थी कि 'जब भी भारतीय प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह बोलते हैं, तो पूरी दुनिया उन्हें सुनती है'। उन्होंने आग्रह किया कि अंतिम संस्कार ऐसे स्थान पर किया जाए जहां उनका स्मारक बन सके। ALSO READ:
अंत्येष्टि निगमबोध घाट पर : केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को बताया कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का अंतिम संस्कार शनिवार को सुबह 11 बजकर 45 मिनट पर निगमबोध घाट पर राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। मंत्रालय ने कहा कि सरकार ने निर्णय लिया है कि डॉ. मनमोहन सिंह का राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। इसमें कहा गया है कि रक्षा मंत्रालय से सिंह का अंतिम संस्कार पूरे सैन्य सम्मान के साथ करने के लिए प्रबंध किए जाने का अनुरोध किया गया है।
स्मारक को लेकर विवाद : पूर्व प्रधानमंत्री सिंह के अंतिम संस्कार से पूर्व उनकी समाधि को लेकर भी विवाद सामने आया। कांग्रेस ने कहा कि सिंह के अंतिम संस्कार और स्मारक के लिए स्थान नहीं ढूंढना देश के पहले सिख प्रधानमंत्री का जानबूझकर किया गया अपमान है। जबकि, सरकार की ओर से कहा गया कि स्मारक पर लिए गए फैसले से कांग्रेस को अवगत करा दिया है।
सरकार की ओर से यह भी कहा गया कि स्मारक निर्माण के लिए उपयुक्त स्थान ढूंढने में कुछ दिन का समय लगेगा। आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सिंह को राजघाट पर स्थान नहीं देना सरकार की छोटी सोच को दर्शाता है। लोग भाजपा को कभी माफ नहीं करेंगे। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने कहा कि मनमोहन की समाधि राजघाट पर बननी चाहिए। (एजेंसी/वेबदुनिया)
Edited by: Vrijendra Singh Jhala