भारत के घरेलू क्रिकेट में विजय हजारे ट्रॉफी का रोमांच जारी है। इसमें युवा खिलाड़ियों के साथ-साथ राष्ट्रीय टीम के भी कई खिलाड़ी हिस्सा ले रहे हैं। हालांकि, घरेलू क्रिकेट में केरल की कप्तानी कर चुके संजू सैमसन इस टूर्नामेंट में नजर नहीं आ रहे। शुरुआती दो मैचों के बाद के सैमसन ने इस टूर्नामेंट में चयन के लिए खुद को उपलब्ध बताया है, लेकिन अभी तक केरल क्रिकेट एसोसिएशन ने संजू सैमसन को टीम में शामिल करने को लेकर कोई निर्णय नहीं लिया है।
संजू सैमसन द्वारा अपनी उपलब्धता की पुष्टि करने के बावजूद केरल क्रिकेट एसोसिएशन (केसीए) ने अभी तक उन्हें लेकर कोई फैसला नहीं लिया है। केसीए ने संजू को लेकर कहा, ‘संजू सैमसन ने अपडेट दिया है कि वो सेलेक्शन के लिए उपलब्ध हैं। हालांकि उन्हें टीम में शामिल करने को लेकर अभी तक हमने कोई फैसला नहीं लिया है। केरल में फुल टीम पहले से ही मजबूत है और केवल दो ही मैच अभी तक खेले गए हैं।’
बता दें कि केसीए ने पहले बताया था कि सैमसन को 15 सदस्यीय टीम से बाहर कर दिया गया है, क्योंकि उन्होंने 13 से 17 दिसंबर तक वायनाड में आयोजित प्रिपरेटरी कैंप में भाग नहीं लिया था। केसीए ने कहा था कि कैंप में शामिल ना होने के चलते संजू को टीम में जगह नहीं दी गई। सैमसन को टीम से बाहर किए जाने पर उनके फैंस काफी निराश हैं। फैंस का कहना है उनका फॉर्म और अनुभव केरल के लिए बेहतर प्रदर्शन में महत्वपूर्ण योगदान दे सकते थे। हालांकि अभी तक केसीए ने इस पर फैसला नहीं लिया गया है।
बता दें कि इस साल टी20 मैचों में 436 रन बनाए, जिसमें तीन शतक भी शामिल हैं। वहीं सैमसन की कप्तानी में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी 2024-25 में केरल ने छह मैचों में से चार मैच जीतकर शानदार परफॉर्मेंस दी थी। उन्होंने बांग्लादेश के खिलाफ 40 गेंदों में शतक बनाया और टी20 में दो लगातार शतक लगाने वाले पहले भारतीय क्रिकेटर बने। दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी20 सीरीज़ में 56 गेंदों पर 109 रन की उनकी शानदार पारी खेली थी।
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