पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना पर BJP सांसद का तंज, 'केजरीवाल गजनी हैं, घोषणा करके भूल जाते हैं'
Times Now Navbharat December 31, 2024 02:42 PM

भारतीय जनता पार्टी से सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने दिल्ली की आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह 10 साल के काम का श्वेत पत्र जारी करे, जिससे लोगों को पता चले कि उन्होंने कितना काम किया है। उन्होंने आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल को गजनी बताया और कहा कि वह घोषणा करके भूल जाते हैं। भाजपा सांसद ने कहा कि मेरा अरविंद केजरीवाल से एक बुनियादी सवाल है कि अगर वो इतने आश्वस्त हैं कि दिल्ली में उन्होंने कोई डेवलपमेंट का काम किया है तो वह अपने 10 साल के कामों का श्वेत पत्र जारी करें, जिससे जनता को पता चले कि उन्होंने कितना काम किया है। मेरा दावा है अगर वह श्वेत पत्र आएगा तो केजरीवाल को शर्म आएगी, क्योंकि दिल्ली में डेवलपमेंट का एक भी काम नहीं हुआ है। एक अस्पताल, कॉलेज या फ्लाईओवर नहीं बना है। कोई सड़क तक नहीं बनी, गड्ढे तक नहीं भरे गए। दिल्ली की हवा प्रदूषित हो गई, यमुना पहले से ज्यादा प्रदूषित हो गई।

प्रवीण खंडेलवाल ने केजरीवाल पर साधा निशाना
अरविंद केजरीवाल के गुरुद्वारे के ग्रंथि और मंदिर के पुजारी को हर महीने 18 हजार रुपये देने की घोषणा पर भाजपा सांसद ने कहा कि अरविंद केजरीवाल कोई भी घोषणा कर सकते हैं क्योंकि उनको घोषणा को पूरा नहीं करना है। उन्होंने सवाल किया कि क्या अरविंद केजरीवाल ने कोई प्रोजेक्शन बनाया है कि दिल्ली का टोटल रेवेन्यू कितना आएगा और उसमें से कितना डेवलपमेंट में खर्च होगा। अगर वह ऐसे ही फ्री बांट रहे हैं तो दिल्ली में डेवलपमेंट कैसे करेंगे? उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल गजनी है क्योंकि गजनी घोषणा करके भूल जाता है। जब उनको पीछे से थप्पड़ मारो तब याद आता है।

मंदिरों के पुजारी का रजिस्ट्रेशन करने के लिए मंगलवार सुबह हनुमान मंदिर जाने पर भाजपा सांसद ने कहा कि मैं तो रोज हनुमान मंदिर जाता हूं। पिछले 48 साल से हर दिन कनॉट प्लेस के हनुमान मंदिर जाता हूं। वह रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं क्योंकि रजिस्ट्रेशन तो कोई भी कर सकता है। सवाल यह है कि रजिस्ट्रेशन करने के बाद उनको देना भी है। वह सिर्फ चुनावी घोषणा करते हुए दिख रहे हैं। अरविंद केजरीवाल पिछले 10 साल से कहां थे? आज वह मंदिरों के पुजारी को सैलरी देने की बात कर रहे हैं। उन्होंने मौलवियों को भी सैलरी देने की बात की थी, लेकिन सैलरी नहीं दी। इसलिए मौलवियों ने उनके घर का घेराव तक किया।
© Copyright @2025 LIDEA. All Rights Reserved.