नए साल 2025 का स्वागत राजधानी के लोगों ने पूरे उत्साह और धार्मिक भावना के साथ किया। उज्ज्वल भविष्य और सुख-समृद्धि की कामना के लिए सभी धर्मों के अनुयायियों ने अपने धार्मिक स्थल मंदिरों, मस्जिदों, गुरुद्वारों और गिरजाघरों में जाकर प्रार्थना की। धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ सुबह से देर रात तक देखी गई। इंडिया गेट, लाल किला, पुराना किला, जंतर मंतर और चिड़ियाघर पर भी लोगों की भीड़ देखने को मिली।
नए साल के पहले दिन सुबह से ही मंदिरों में लोगों का आना शुरू हो गया था। झंडेवाला मंदिर में माता के दर्शन के लिए हजारों भक्त उमड़े। कालकाजी और छतरपुर मंदिर में भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। कनॉट प्लेस और यमुना बाजार के हनुमान मंदिरों में भक्तों ने भगवान के समक्ष हाजिरी लगाई। चांदनी चौक स्थित गौरी शंकर मंदिर और आसफ अली रोड के श्रीराम हनुमान वाटिका मंदिर में दिनभर लंबी-लंबी कतारें लगी रहीं।
सिख समुदाय के लोग गुरुद्वारा बंगला साहिब, शिशगंज और नानक प्याऊ में मत्था टेकने पहुंचे। इन गुरुद्वारों में विशेष कीर्तन और अरदास का आयोजन किया गया, जिसमें श्रद्धालुओं ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। वहीं ईसाई समुदाय के लोगों ने नए साल के पहले दिन गोल डाकखाना स्थित सेक्रेड हार्ट चर्च में विशेष प्रार्थना की। लोगों ने मोमबत्तियां जलाकर अपने और अपने परिवार के लिए सुख-शांति की प्रार्थना की।
मुस्लिम समुदाय के लोगों ने नए साल की शुरुआत मस्जिदों में नमाज अता कर की। जामा मस्जिद और फतेहपुरी मस्जिद में सुबह और दोपहर की नमाज के दौरान बड़ी संख्या में लोग पहुंचे। यहां लोगों ने अपने परिवार और समाज की खुशहाली के लिए अल्लाह से दुआ की।