विकास के आयामों को बंद करती थी पिछली सरकारें, डबल इंजन सरकार कर रही नव सृजन : सीएम योगी
Indias News Hindi January 03, 2025 03:42 AM

गोरखपुर, 2 जनवरी . उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि पिछली सरकारें जहां विकास के आयामों, उद्योगों, कारखानों को बंद करने और उन्हें बेचने में लगी रहती थी, वहीं, भाजपा की डबल इंजन सरकार नव सृजन और नया निर्माण कर विकास का माहौल बनाने में जुटी हुई है. मिसाल के तौर पर गोरखपुर के बंद खाद कारखाने और पिपराइच की बंद चीनी मिल को देखा जा सकता है. पूर्व की सरकारों ने जहां इसे बंद कर दिया था और बेचने की तैयारी में थी, वहीं, डबल इंजन की सरकार ने इन्हें फिर से चलाकर दिखा दिया.

सीएम योगी ने कहा कि डबल इंजन सरकार में नए साल में उत्तर प्रदेश नई गति से विकास पथ पर आगे बढ़ेगा. यहां नौकरी और रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ेंगे और यहां के युवाओं को कहीं बाहर नहीं जाना पड़ेगा.

उन्होंने नए साल के दूसरे दिन गुरुवार को गोरखपुर में रोड कनेक्टिविटी, किसान हित और खाद्य एवं दवा सुरक्षा से जुड़ी 1,533 करोड़ रुपए की नौ विकास परियोजनाओं के शिलान्यास और लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए इन बातों का जिक्र किया

मुख्यमंत्री ने 1,478 करोड़ 80 लाख 68 हजार रुपए के चार विकास कार्यों का शिलान्यास तथा 53 करोड़ 73 लाख 66 हजार रुपए के पांच विकास कार्यों का लोकार्पण किया. जनता इंटर कॉलेज चरगांवा में हुए समारोह में सीएम ने कहा कि विकास की ये परियोजनाएं आने वाले समय में नए गोरखपुर का दर्शन और भी सशक्त रूप में कराएंगी. एक समय समाजवादी पार्टी की सरकार में इंसेफेलाइटिस से बड़े पैमाने पर बच्चों की मौतें होती थीं. यह बच्चे समाज और देश की अमानत थे. लेकिन, जाति के नाम पर समाज को बांटने का पाप करने वालों ने इसके बारे में तनिक भी नहीं सोचा. इंसेफेलाइटिस से मरने वाले 90 प्रतिशत बच्चे दलित और अल्पसंख्यक समाज के थे. प्रदेश में डबल इंजन की सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में इंसेफेलाइटिस की बीमारी को पूरी तरह समाप्त कर दिया गया है.

सीएम योगी ने कहा कि आज का गोरखपुर आधुनिक भारत के आधुनिक उत्तर प्रदेश के आधुनिक गोरखपुर का दर्शन करा रहा है. सपा की सरकार में गोरखपुर में बिजली नहीं मिलती थी, लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलती थीं. बीआरडी मेडिकल कॉलेज खुद बीमार हो गया था तो लोगों का बेहतर इलाज कैसे करता. 1990 में सपा और कांग्रेस सरकार ने गोरखपुर के खाद कारखाना को बंद कर दिया. पिपराइच की चीनी मिल बंद ही नहीं थी, बल्कि, इसे बेचने की तैयारी की जा रही थी. सड़कों की दशा ऐसी थी कि पता ही नहीं चलता था कि सड़क पर गड्ढे हैं या गड्ढे में सड़क है. रामगढ़ताल गंदगी का ढेर बना हुआ था.

उन्होंने कहा कि अब प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है तो रामगढ़ताल पर्यटन का नया केंद्र बन गया है. गोरखपुर का खाद कारखाना और पिपराइच की चीनी मिल दोबारा चालू हो गई है. बीआरडी मेडिकल कॉलेज की व्यवस्था सुदृढ़ हो गई है और गोरखपुर में एम्स भी शुरू हो गया है. हर तरफ टूलेन, फोरलेन और सिक्सलेन की रोड कनेक्टिविटी है. गोड़धोईया नाला का कार्य पूर्ण होते ही जलभराव की समस्या का भी स्थायी समाधान हो जाएगा.

सीएम योगी ने कहा कि कार्य करने का जज्बा होना चाहिए. समाज के प्रति जवाबदेही का जज्बा होगा तो सभी समस्याओं का समाधान भी हो जाएगा. आज गोरखपुर में चिड़ियाघर भी खुल गया है. गोरखपुर में लखनऊ, वाराणसी सहित सभी तरफ से शानदार रोड कनेक्टिविटी है. विकास होने से रोजगार के नए-नए अवसर भी आ रहे हैं. गोरखपुर में पांच साल में 15 से 20 हजार करोड़ रुपए का निवेश धरातल पर उतर चुका है. उद्योग लगने से हजारों युवाओं को रोजगार की गारंटी मिली है. आज गोरखपुर में चार विश्वविद्यालय हैं, वेटरनरी कॉलेज भी बन रहा है.

मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वर्ष बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है. इसकी शुरुआत विकास कार्यों से हो रही है. गोरखपुर में बन रहे वेटरनरी कॉलेज से जहां पशुपालन का प्रशिक्षण प्राप्त होगा तो वहीं कुशीनगर में कृषि विश्वविद्यालय बन रहा है. इससे कृषि की पढ़ाई के साथ किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकी का प्रशिक्षण सुलभ होगा. गोरखपुर के नवीनीकृत कृषि विद्यालय में भी किसानों को नए तौर-तरीकों को सीखने का मौका मिलेगा. डबल इंजन की भाजपा सरकार विकास और विरासत के संरक्षण से जुड़कर पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित करती है. यह सरकार विकास और विरासत के संरक्षण के प्रति संकल्पित है.

उन्होंने आगे कहा कि 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा से लेकर 26 फरवरी महाशिवरात्रि तक प्रयागराज में सदी का पहला महाकुंभ आयोजित होने जा रहा है. यह मुहूर्त 144 साल के बाद आया है. प्रयागराज महाकुंभ के लिए सरकार ने भव्य व्यवस्था की है. यहां देश और दुनिया के श्रद्धालु आकर उत्तर प्रदेश की आतिथ्य सेवा का नया अनुभव प्राप्त करेंगे. गत वर्ष अयोध्या में 500 वर्षों के इंतजार के बाद भगवान रामलला विराजमान हुए थे. इस वर्ष महाकुंभ के आयोजन के साथ उत्तर प्रदेश विकास और विरासत से जुड़कर पूरी दुनिया को आकर्षित करेगा.

उन्होंने राजकीय कृषि विद्यालय के नवीनीकृत होने पर किसानों को बधाई देते हुए कहा कि यह विद्यालय 1932 में बना था. लेकिन, इसका भवन जीर्ण-शीर्ण हो गया था. अब नए भवन के साथ किसानों को नई तकनीकी के प्रशिक्षण और सरकारी योजनाओं को जानने का सुविधाजनक अवसर मिलेगा.

राप्ती नदी पर नौसढ़-कालेसर तटबंध के सुदृढ़ीकरण कार्य का लोकार्पण करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 1998 में आई बाढ़ सबको याद है. इसमें नौसढ़-कालेसर तटबंध टूट गया. इससे सुदृढ़ होने में 25 साल लग गए. एक युग बीत गया, एक पीढ़ी बीत गई. भाजपा की सरकार पहले रही होती तो यह कार्य भी तत्काल हो गया होता. सरकार प्रदेश में सभी तटबंधों को सुदृढ़ कर बाढ़ की समस्या के स्थायी समाधान की ओर अग्रसर है.

एसके/एबीएम

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