बिजली बोर्ड ने सभी उपभोक्ताओं को अपने बिजली मीटर को आधार कार्ड से लिंक करवाने के लिए निर्देश जारी किए हैं, ताकि उन्हें भविष्य में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो। यह प्रक्रिया न केवल उपभोक्ताओं को अनुदान और अन्य सेवाओं का लाभ सुनिश्चित करेगी, बल्कि बिजली वितरण में पारदर्शिता और सुधार की दिशा में भी एक अहम कदम है।
बिजली मीटर को आधार कार्ड से लिंक करने की अंतिम तिथिचौपाल विद्युत उप मंडल के सहायक अभियंता, हिमांशु नैनवाल ने जानकारी दी कि 1 अक्टूबर से इस प्रक्रिया की शुरुआत हो चुकी है। उपभोक्ताओं को यह ईकेवाईसी प्रक्रिया 31 अक्टूबर तक पूरी करनी होगी। यह निर्देश चौपाल मंडल के उपभोक्ताओं के लिए जारी किए गए हैं, लेकिन इसे समय पर पूरा करना सभी उपभोक्ताओं के लिए अनिवार्य है, ताकि भविष्य में किसी भी तरह की सेवाओं में रुकावट न आए।
क्यों जरूरी है यह प्रक्रिया?बिजली मीटर को आधार से लिंक करवाने का मुख्य उद्देश्य है उपभोक्ताओं को सरकारी अनुदान और सुविधाओं का लाभ समय पर और सीधे प्रदान करना। इससे अनावश्यक कागजी कार्रवाई कम होगी और उपभोक्ताओं को सरकारी योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा। अगर उपभोक्ता यह प्रक्रिया पूरी नहीं करते हैं, तो उन्हें मिलने वाले अनुदान या छूट से वंचित होना पड़ सकता है, और उनके बिजली बिलों में भी बाधा उत्पन्न हो सकती है।
जरूरी दस्तावेज़eKYC प्रक्रिया को पूरा करने के लिए निम्नलिखित दस्तावेज़ आवश्यक हैं:
सहायक अभियंता नैनवाल ने कहा है कि उपभोक्ताओं को समय से पहले इस प्रक्रिया को पूरा करने का प्रयास करना चाहिए। यदि कोई उपभोक्ता 31 अक्टूबर तक अपने बिजली मीटर को आधार से लिंक नहीं करवा पाता है, तो उसे भविष्य में बिजली बिल में मिलने वाले अनुदान और अन्य सुविधाओं से वंचित होना पड़ सकता है। इसके अलावा, अनियमितताओं या देरी की स्थिति में अतिरिक्त शुल्क या अन्य कठिनाइयों का सामना भी करना पड़ सकता है।
इस योजना से जुड़े फायदेबिजली मीटर को आधार से लिंक करवाना उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण और अनिवार्य कदम है। इस प्रक्रिया से बिजली वितरण की पारदर्शिता और उपभोक्ता सेवाओं में सुधार होगा। उपभोक्ताओं से अनुरोध है कि वे समय से पहले यह प्रक्रिया पूरी करें ताकि वे अनावश्यक परेशानियों से बच सकें और सरकारी योजनाओं का लाभ आसानी से प्राप्त कर सकें।