HMPV do’s and don’ts: चीन में रहस्यमय बीमारी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) के प्रकोप के बीच कोविड-19 जैसे उपायों को फिर से शुरू किया गया है. चीन में कई इलाकों में मिनी लॉकडाउन जैसे हालात हैं. वहीं भारत में गुजरात स्वास्थ्य विभाग ने सलाह दी है कि अगर आप खांसते या छींकते हैं तो अपने मुंह और नाक को रुमाल से ढकें. हालांकि गुजरात में अभी ह्यूमन मेटान्यूमोवायरस का कोई केस सामने नहीं आया है.
बिहार और हरियाणा के शहरों में भी इस तरह के स्थानीय अलर्ट जारी किए गए हैं. स्थानीय प्रशासन ने लोगों को सलाह दी है कि अगर उनमें HMPV के लक्षण दिख रहे हैं तो वे सार्वजनिक स्थानों से बचें और भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें.
एनडीटीवी ने क्या करें और क्या न करें की एक सूची जारी की है. विशेषज्ञों के हवाले से बताया गया है कि लोगों को वायरस से बचने के लिए उन्हें खराब हवादार या भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनना चाहिए.
कोविड-19 की तरह ही, एचएमपीवी भी छींकने, खांसने और संक्रमित व्यक्ति के साथ व्यक्तिगत संपर्क में रहने से फैल सकता है और उम्मीद है कि मास्क पहनने से व्यक्ति के हवा में मौजूद वायरस की बूंदों के अंदर जाने का जोखिम कम हो जाएगा.
-लोगों को टिश्यू या कोहनी में छींकना चाहिए टिश्यू को तुरंत फेंक देना चाहिए और हाथों को तुरंत धोना चाहिए
-अपने हाथों को साबुन और पानी से 20 सेकंड तक धोएं
-कम से कम 60% अल्कोहल वाले हैंड सैनिटाइजर का इस्तेमाल करें
-संक्रमण के चरम मौसम के दौरान सार्वजनिक परिवहन से बचें, धूम्रपान और वेपिंग बंद करें
-संतुलित आहार लें, जिसमें विटामिन सी और जिंक शामिल हों
-घर से बाहर हों या जब आपके हाथ धुले न हों, तो अपने चेहरे को छूने से बचें
-खांसी या नाक बहने जैसे वायरस के लक्षण महसूस होने लगें, तो सामान साझा करने से बचें
भारत सरकार ने लोगों से घबराने की अपील नहीं की है, क्योंकि एचएमपीवी एक ज्ञात वायरस है, और यह पहले से ही भारत और दुनिया भर में पहले से है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने कहा कि एचएमपीवी के 3 मामले चिंता का कारण नहीं हैं.