इस दौरान बीजेपी मंदिर प्रकोष्ठ के करीब 100 सदस्य बोर्ड में शामिल हुए। 14 जनवरी को मकर संक्रांति से प्रारंभ हो रहे महाकुंभ से पहले केजरीवाल के इस कार्ड ने राजनीति में एक नई बहस छेड़ दी है। अब यह सवाल भी उठने लगे हैं कि हिंदुओं का सच्चा हितैषी कौन है? ALSO READ:
केजरीवाल का कहना है कि भाजपा ने जो मंदिर प्रकोष्ठ बनाया है, उसने कई वादे किए लेकिन उन्हें पूरा करने के लिए कुछ नहीं किया। आप जो वादे करती है पूरा करती है। उन्होंने कहा कि हम चुनाव के बाद इसे लागू करेंगे।
इधर भाजपा ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर पोस्टर जारी कर बताया कि दिल्ली के लिए आप आपदा क्यों है? AAP-दा को नहीं सहेंगे, बदल के रहेंगे। पोस्टर पर लिखा है आप-दा ना आएगी दोबारा। पोस्टर में केजरीवाल के साथ ही आतिशी, सौरभ भारद्वाज और मनीष सिसोदिया के भी फोटो है। पार्टी पहले ही भाजपा को चुनावी हिंदू करार दे चुकी है।
गौरतलब है कि आम आदमी पार्टी ने वादा किया है कि अगर उनकी पार्टी दोबारा सत्ता में आई तो पुजारियों और ग्रंथियों को 18 हजार रुपए प्रतिमाह सम्मान राशि दी जाएगी। पार्टी ने इसके लिए रजिस्ट्रेशन भी शुरू कर दिया है। आप की इस योजना को संतों और पुजारियों ने सराहा है। आप सरकार दिल्ली में मौलवियों को पहले ही सम्मान राशि दे रही है।
Edited by : Nrapendra Gupta