S. N. Subrahmanyan, गौतम अडानी, Narayana Murthy जैसे दिग्गज बिजनेस ने दी काम के घंटे को लेकर ऐसी सलाह, मच गया बवाल
et January 11, 2025 10:42 PM
नई दिल्ली: लार्सन एंड टूब्रो (L&T) के चेयरमैन एसएन सुब्रह्मण्यन ने हाल ही में एक हफ्ते में 90 घंटे काम करने की सलाह दी. इससे पहले, इंफोसिस के चेयरमैन नारायण मूर्ति ने युवाओं को हफ्ते में 70 घंटे काम करने की सलाह दी थी. एसएन सुब्रह्मण्यन का ब्यान एसएन सुब्रह्मण्यन ने एम्प्लॉइज के साथ ऑनलाइन बातचीत में कहा कि अगर संभव हुआ तो रविवार को भी आपको ऑफिस बुलाकर काम करवाया जाएगा. मुझे अफसोस है कि मैं आपसे रविवार को काम नहीं करवा पा रहा हूं. अगर मैं आपको रविवार को भी ऑफिस बुलाकर काम करवा पाता तो मुझे बहुत खुशी होती, क्योंकि मैं रविवार को भी काम करता हूं. एम्प्लॉइज को वीक में 90 घंटे काम करना चाहिए. आप घर पर बैठकर क्या करते हैं? आप कितनी देर बीवी को निहार सकते हैं और कितनी देर पत्नी आपको निहार सकती है? चलो ऑफिस आओ और काम करो. एसएन सुब्रह्मण्यन के बयान को लेकर आम आदमी से लेकर बॉलीवुड हस्तियों तक ने कड़ी आलोचना की है. एसएन सुब्रह्मण्यन के ब्यान पर मचा बवालसुब्रह्मण्यन के बयान पर आरपीजी एंटरप्राइजेज के चेयरमैन हर्ष गोयनका ने कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि काम को स्मार्ट तरीके से किया जाए, न कि गुलामी की जाए. हर्ष गोयनका ने अपने एक्स अकाउंट पर लिखा हफ्ते में 90 घंटे काम? क्यों न रविवार का नाम बदलकर 'सन-ड्यूटी' कर दें और 'छुट्टी का दिन' काल्पनिक अवधारणा बना दें.मैं मेहनत और समझदारी से काम करने में भरोसा रखता हूं, लेकिन जिंदगी को लगातार चलने वाली ऑफिस शिफ्ट में बदल देना? यह सक्सेस नहीं, बर्नआउट का नुस्खा है. वर्क-लाइफ बैलेंस ऑप्शनल नहीं है, यह जरूरत है. एसएन सुब्रह्मण्यन के बयान का बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण ने भी विरोध किया. दीपिका ने इंस्टाग्राम पर बयान का स्क्रीनशॉट पोस्ट करते हुए लिखा, ''ऊंचे पदों पर बैठे लोगों के ऐसे स्टेटमेंट चौंकाने वाले हैं. मानसिक स्वास्थ्य भी मायने रखता है.''बजाज ऑटो के एमडी राजीव बजाज (Rajiv Bajaj) भी इस चर्चा में शामिल हो गए और उन्होंने कहा कि काम के घंटों की संख्या से ज्यादा अहम काम के घंटों की क्वालिटी, एफिशिएंसी और इफेक्टिवनेस है. उन्होंने कहा अगर आप ऑफिस आने-जाने के समय को भी शामिल कर लें तो पहले से ही नौकरी में दिन में 12 घंटे काम कर रहे हैं. बजाज ने यह भी बताया कि आजकल लोगों को बहुत ज्यादा काम करना पड़ता है. इंफोसिस के को-फाउंडर व चेयरमैन नारायण मूर्ति का ब्यानवर्क लाइफ बैलेंस को लेकर इंफोसिस के को-फाउंडर व चेयरमैन नारायण मूर्ति ने कहा था हफ्ते में 70 घंटे काम करना चाहिए. हमको अपनी एस्पिरेशन हाई रखनी होगी, क्योंकि देश में 80 करोड़ लोग को मुफ्त में राशन मिलता है. यानी कि 80 करोड़ भारतीय गरीबी में जी रहे हैं. हम कड़ी मेहनत करना नहीं चाहते हैं तो कौन करेगा? युवाओं को समझना होगा कि हमें कड़ी मेहनत करनी होगी और भारत को नंबर-1 बनाने की दिशा में काम करना होगा. जब गौतम अडानी से वर्क लाइफ बैलेंस के बारे में पूछा गयाजब गौतम अडानी से वर्क लाइफ बैलेंस के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा था कि आपका वर्क-लाइफ बैलेंस मुझे पर और मेरा आप पर थोपा नहीं जाना चाहिए. मान लीजिए कि कोई शख्स अपने परिवार के साथ चार घंटे बिताता है और आनंद में रहता है. वहीं दूसरा व्यक्ति आठ घंटे बिताता है और उसमें आनंद उठाता है तो यह उसका बैलेंस है. इसके बावजूद अगर आप आठ घंटे बिताते हैं तो भी बीवी भाग जाएगी. बैलेंस तब बनता है जब कोई शख्स वह काम करता है, जो उसे पसंद है. लेबर लॉ में ये हैं प्रावधानबता दें कि लेबर लॉ के तहत एक हफ्ते में अधिकतम 48 घंटे तक काम करवा सकते हैं. निर्धारित घंटों से ज्यादा काम कराने पर प्रति घंटे दोगुना वेतन देना होगा. इसके साथ ही हर सप्ताह एक छुट्टी और साल में 240 दिन काम करने पर 12-15 दिन के अवकाश का प्रावधान है. इसके अलावा, 7 से 12 दिन की मेडिकल लीव और 12 दिन की कैजुअल लीव का भी प्रावधान है.