Rohit Sharma Wanted to Announce Retremenet after Melbourne Test: बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में टीम इंडिया
के कई दिग्गज बल्लेबाज बुरी तरह से फ्लॉप साबित हुए थे। इसमें टीम इंडिया
के कप्तान रोहित शर्मा का नाम भी शामिल है। रोहित ने सीरीज में तीन मैच
खेले और इस दौरान वो एक बार भी बड़ी पारी नहीं खेल पाए। अपनी खराब फॉर्म को
देखते हुए ही रोहित ने सीरीज के आखिरी मैच में नहीं खेलने का फैसला लिया
था। वहीं, टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक रोहित चौथे टेस्ट के बाद टेस्ट फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा करने वाले थे। लेकिन रोहित के कुछ करीबियों ने उनका मन बदलने में मदद की।
BGT के पहले टेस्ट में
रोहित शर्मा चयन के लिए उपलब्ध नहीं थे और उस मैच में जसप्रीत बुमराह ने
कप्तानी संभाली थी। बुमराह की अगुवाई में टीम ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए
295 रन से जीत हासिल की थी। दूसरे टेस्ट से रोहित की टीम में वापसी हुई
थी। दूसरे और तीसरे मुकाबले में रोहित ने नंबर 6 पर बल्लेबाजी की थी, लेकिन
उनका बल्ला नहीं चला था।
इसके बाद रोहित ने चौथे
टेस्ट में ओपन करने का मन बनाया, लेकिन इसके बावजूद वो रन नहीं बना सके।
तीन मैचों में दाएं हाथ का ये दिग्गज बल्लेबाज सिर्फ 31 रन ही बना पाया था।
इसी से निराश होकर रोहित ने मेलबर्न टेस्ट के बाद इस फॉर्मेट को अलविदा
कहने का मन बना लिया था, लेकिन कुछ शुभचिंतकों के कहने पर अपना मन बदल लिया
था।
टाइम्स ऑफ इंडिया की
रिपोर्ट में खुलासा किया गया है कि रोहित के मन बदलने से हेड कोच गौतम
गंभीर को खुशी नहीं हुई थी। हालांकि, गंभीर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा था
कि रिटायरमेंट लेने का फैसला हर खिलाड़ी खुद करता है, इसके लिए उस पर दबाव
नहीं बनाया जा सकता। ये गलत है।
रोहित
ने सिडनी टेस्ट के दौरान कहा भी था कि वो अभी कहीं नहीं जा रहे और मजबूत
वापसी करने के लिए मेहनत करेंगे। बता दें कि टीम इंडिया अब अपनी अगली टेस्ट
सीरीज इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी, जो कि जून से शुरू होगी।