नई दिल्ली: आज प्रयागराज में पौष पूर्णिमा के दिन से महाकुंभ की शुरुआत हो चुकी है। पौष पूर्णिमा के मौके पर महाकुंभ में आए अब तक लाखों की संख्या में श्रद्धालु डुबकी लगा चुके हैं। इस समय श्रद्धालुओं से 12 किमी एरिया में बना स्नान घाट पूरी तरह से खचाखच भरा हुआ है। आज से ही श्रद्धालु 45 दिनों का कल्पवास भी शुरू करेंगे। इस दिन के अवसर पर पीएम नरेंद्र मोदी ने लोगों को इस उत्सव की शुभकामनाएं दी हैं। बता दें कि इस महाकुंभ में POK को वापस लाने के लिए एक महापूजा का आयोजन किया जा रहा है।
POK के लिए होगी महापूजाआस्था के सबसे बड़े इस महापर्व पर संत-महात्मा धर्म और अध्यात्म की अलख जगाने के साथ-साथ राष्ट्र चिंतन भी करेंगे। इसके साथ ही इस महाकुंभ में PoK को आजाद कराने के लिए एक महाहवन भी किया जाएगा। जगद्गुरु रामभद्राचार्य के शिविर में संगम तट पर 251 हवन कुंड बनाए गए हैं। यहां राष्ट्र चिंतन के साथ, पाक अधिकृत कश्मीर को मुक्त कराने के लिए विशेष अनुष्ठान किया जाएगा। जगद्गुरु रामभद्राचार्य के नेतृत्व में 13 जनवरी से 13 फरवरी तक ये विशेष अनुष्ठान किया जाएगा। इसके लिए बाकायदा यज्ञ शाला तैयार किए जाने का काम अंतिम चरण पर पहुंच गया हैं।
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने क्या कहादेश के हर कोने से आए भक्त संगम में पूरे 1 महीने स्नान करने के बाद सामूहिक हवन कुंड में शामिल होकर अपने जीवन की मोक्ष प्राप्ति का कामना करेंगे। बता दें, जगतगुरु श्री रामभद्राचार्य का एक संकल्प है कि पाक अधिकृत जो कश्मीर है ,उसको वापस प्राप्त करने के लिए यह यज्ञ हो रहा है। कलश यात्रा के साथ 15 जनवरी को यह हनुमत यज्ञ शुरू होगा। जगतगुरु श्री रामभद्राचार्य का कहना है कि यहां बाल्मीकि रामायण पाठ, अध्यात्म रामायण पाठ, रामचरितमानस पाठ, हनुमत गायत्री का जाप होगा। यह श्री हनुमान महायज्ञ है। वहीं महाकुंभ को लेकर अभेद सुरक्षा कवच बनाया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। प्रयागराज को जोड़ने वाले सात मार्गों पर सुरक्षा कवच बनाया गया है।
कड़ी सुरक्षा के इंतजामइस बार महाकुंभ के लिए एक बेहद खास अभेद सुरक्षा कवच को तैयार किया गया है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए व्यवस्था चाक चौबंद की गई है। यह सुरक्षा कवच प्रयागराज को जोड़ने वाले सात मार्गों पर बनाया गया है। इस महाकुंभ के लिए सरकार ने तमाम व्यवस्थाएं की हैं। आम लोगों के लिए भी सरकार ने कम पैसो में रुकने की व्यवस्था की है। ऐसे 4 रेन बसेरों का इंतजाम अरहल घाट पर किया गया है। इनमें से एक रेन बसेरे की क्षमता लगभग 1000 है। इन रेन बसेरों में आम व्यक्ति 100 रूपए देकर रह सकता है।
श्रद्धालुओं का लगा जमावड़ादेश के कोने-कोने से महाकुंभ 2025 का हिस्सा बनने के लिए श्रद्धालुओं का पहुंचाना शुरू हो गया है। इस बार उम्मीद से ज्यादा श्रद्धालु यहां आने का अनुमान लगाया जा रहा है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था के यहां पर भुगतान इंतजाम किए हैं। इसमें कोई चूक ना हो यह भी एक बड़ी चुनौती पुलिस के अधिकारियों की है पुलिस ने सिक्योरिटी लॉ एंड ऑर्डर को लेकर वर्कशॉप कंप्लीट कर ली है। ऐसे में महाकुंभ की सुरक्षा को लेकर क्या इंतजाम किए गए।
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