By Jitendra Jangid- हिंदू धर्म में वास्तुशास्त्र का बहुत ही महत्व हैं, वास्तु शास्त्र के प्राचीन विज्ञान का इस्तेमाल कर आप अपने जीवन से नकारात्मकता को दूर कर सकारात्मकता ला सकते है। ऐसे में अगर हम बात करें कछुए की तो हिंदू धर्म में तो इसे बड़ा प्रतीकात्मक महत्व है और इसे स्थिरता, समृद्धि और खुशी का प्रतीक माना जाता है। इसकी पूजनीय स्थिति का एक प्रमुख कारण भगवान विष्णु के कच्छप अवतार (कछुआ अवतार) की कहानी है। अगर आप घर की इस दिशा में कछुए को रखते हैं, तो धन की देवी लक्ष्मी आप पर करेगी धन की वर्षा, जानिए इनके बारे में-
धन के लिए उत्तर दिशा में कछुए की मूर्ति रखें
उत्तर दिशा को अत्यधिक शुभ माना जाता है। यह देवी लक्ष्मी और भगवान गणेश के साथ धन के देवता भगवान कुबेर से जुड़ा हुआ है। इस दिशा में कछुए की मूर्ति रखने से धन आकर्षित होता है और निरंतर वित्तीय विकास सुनिश्चित होता है।
शत्रुओं का नाश और सुरक्षा
उत्तर दिशा में कछुए की मूर्ति रखने से नकारात्मकता दूर होती है और शत्रुओं का प्रभाव नष्ट होता है। यह व्यवसाय के मालिकों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद है।
स्वास्थ्य लाभ के लिए दक्षिण-पूर्व में लकड़ी का कछुआ
घर का दक्षिण-पूर्व कोना स्वास्थ्य और जीवन शक्ति का प्रतिनिधित्व करने के लिए जाना जाता है। अगर आपके घर में कोई बीमार है, तो दक्षिण-पूर्व में लकड़ी का कछुआ रखने से उनकी स्थिति में सुधार हो सकता है।
व्यवसाय में सफलता के लिए चांदी का कछुआ
व्यवसाय के मालिकों के लिए जो अधिक लाभ और बेहतर अवसरों की तलाश कर रहे हैं, अपनी दुकान या कार्यालय में चांदी का कछुआ रखना वित्तीय सफलता और करियर के विकास के लिए उत्प्रेरक का काम कर सकता है।
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